मुरैना में माफिया की शराब से अब तक 11 लोगों की मौत, थाना प्रभारी और आबकारी अधिकारी सस्पेंड - MP NEWS

मुरैना। मध्य प्रदेश के चंबल क्षेत्र मुरैना में माफिया की अवैध शराब से अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि कई लोग बीमार है। 2 से अधिक लोगों को गंभीर हालत में ग्वालियर रेफर किया गया है। समाचारों का सिलसिला जारी है। उल्लेख करना जरूरी है कि एक दिन पहले ही ग्वालियर में गिरफ्तार किए गए शराब माफिया के पास से पुलिस का वायरलेस सेट और उसकी सुरक्षा कर रहा एक सिपाही पकड़ा गया था। माफिया ने बताया कि 3 सिपाही उसकी सुरक्षा में रहते थे।

ओपी केमिकल लिखी हुई शराब से कई लोगों की मौत

सोमवार सुबह सबसे पहले बागचीनी थाना क्षेत्र के मानपुर पृथ्वी गांव में अवैध जहरीली शराब से जीतेंद्र यादव की हालत बिगड़ गई। स्वजन उसे गंभीर हालत में ग्वालियर इलाज के लिए ले जाने लगे, रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। जीतेंद्र का शव लेकर स्वजन गांव पहुंचे तब पता चला कि गांव में शराब पीने से ध्रुव यादव, सिरनाम, दीपेश, बृजकिशोर, दिलीप शाक्य, धर्मेंद्र यादव, राजकुमार यादव समेत अन्य की भी तबीयत बिगड़ गई है। कुछ देर बाद ध्रुव यादव, दिलीप शाक्य और केदार यादव की भी मौत हो गई है। गांववालों के मुताबिक इन्होंने ओपी केमिकल से बनी हुई शराब पी थी। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर देर रात पहुंची।

सुमावली क्षेत्र में भी तीन की मौत

देररात जहरीली शराब से मौत की सूचना मिलते ही मुरैना में कोहराम मच गया। रात 11.30 बजे सुमावली थाना क्षेत्र के पावली गांव में 31 वर्षीय जीतेंद्र गुर्जर, 34 वर्षीय रामनिवास गुर्जर और एक अन्य युवक की मौत की सूचना पुलिस को मिली। इसके बाद गांव पुलिस पहुंची। थाना प्रभारी रवि गुर्जर ने बताया कि सभी लोग एक पार्टी में गए थे, यहां पर शराब के साथ चिकन भी परोसा गया था। जिसके बाद सभी की हालत गंभीर हो गई।

मुरैना के बीहड़ में खुलेआम बनती है अवैध शराब, पुलिस का संरक्षण

मुरैना के बीहड़ में कच्ची व जहरीली शराब का कारोबार बेखौफ चलता है। 12 दिसंबर को नूराबाद पुलिस ने बीहड़ में कच्ची शराब की भट्टी पकड़ी थी। नदी किनारे बीहड़ों में भट्टी जल रही थी जिस पर एक ड्रम में शराब बन रही थी। यह शराब भट्टी पर गुड़, पीओ और अन्य सामग्री से जाती थी। पानी की मोटर से नदी किनारे के भरकों (पानी के छोटे गड्ढों) से पानी खींचा जाता था जिसे ड्रमों में भरकर उससे कच्ची शराब तैयार होती थी। यह शराब बाइकों से आसपास के गांवों में खपाई जाती थी। बताया जाता है कि अवैध शराब के इस कारोबार को पुलिस का संरक्षण प्राप्त है, यही कारण है कि अवैध शराब गांव गांव में खुलेआम सप्लाई होती है।

मौत का कारण जहरीली शराब या अत्यधिक सेवन, जांच के बाद बताएंगे

एसडीओपी सुजीत भदौरिया का कहना है कि मौत अधिक शराब पीने से हुई या फिर जहरीली शराब पीने से, यह जांच के बाद ही पता चलेगा। गांव में पूछताछ की जा रही है कि किस-किस की तबीयत शराब पीने के बाद खराब हुई है। अनुराग सुजानिया, एसपी मुरैना का कहना है कि बागचीनी और सुमावली थाना क्षेत्र में 8 लोगों की मौत की जानकारी मिली है। मौके पर पुलिस बल भेजा गया है। मामले की जांच की जा रही है।

थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया है: गृहमंत्री

गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मुरैना में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों की घटना बेहद दुखद और पीड़ादायक है। इस मामले में संबंधित थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया गया है। जांच के लिए अलग से एक दल भी भेजा जा रहा है। घटना के लिए जिम्मेदार कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा।

मुरैना का आबकारी अधिकारी सस्पेंड 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मुरैना की बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और दुखदायी घटना है। मामले की जांच जारी है, लेकिन प्रथम दृष्टया सुपरविजन में लापरवाही करने पर डिस्ट्रिक्ट एक्साइज अफसर को सस्पेंड किया गया है। जांच के बाकी तथ्य जैसे ही आयेंगे, जो भी दोषी होंगे, वो छोड़े नहीं जायेंगे। हम कठोर कार्रवाई करेंगे। 

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