चयनित शिक्षकों ने अतिथि शिक्षक भर्ती प्रक्रिया का विरोध किया - MP NEWS

भोपाल
। प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड द्वारा आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा पास उम्मीदवारों ने लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा मध्यप्रदेश में शुरू की गई अतिथि शिक्षक भर्ती प्रक्रिया का विरोध किया है। MPTET पास उम्मीदवारों का कहना है कि वह अपनी नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में उन्हें प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उल्लेखनीय है कि लोक शिक्षण संचालनालय ने पिछले साल स्कूलों में पढ़ा रहे अतिथि शिक्षकों को प्राथमिकता देने का आदेश जारी किया है।

शिक्षक पात्रता संघ के प्रदेश संयोजक रंजीत गौर के अनुसार स्थाई शिक्षक भर्ती हो अथवा अतिथि शिक्षकों की भर्ती हो शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को ही पहली प्राथमिकता मिलना चाहिए। ज्ञापन पत्र में चयनित शिक्षकों की सत्यापन प्रक्रिया को पुन: प्रारंभ कराने एवं समस्त रिक्त पदों पर शीघ्र स्थाई शिक्षकों की भर्ती की मांग भी की गई है। पिछले 9 वर्षों से शासकीय स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती नहीं हुई है। शिक्षकों की पूर्ति के लिए 2019 में शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित की गई थी लेकिन अभी तक स्थाई शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को पूर्ण नहीं किया गया है। जबकि शासकीय स्कूलों में लगभग 70 हजार शिक्षकों की कमी है। 

पात्र अभ्यर्थियों ने आरोप लगाते हुए कहा है शासकीय स्कूलों में स्थाई शिक्षकों की भर्ती होना चाहिए जबकि शासन अतिथि शिक्षकों की भर्ती करने जा रहा है जो कि पात्र अभ्यर्थियों के साथ सरासर अन्याय है। गौरतलब है कि शासन ने इस साल कोरोना के संक्रमण के कारण कक्षा 9वीं से कक्षा 12वी तक के विद्यार्थियों के शैक्षणिक सत्र के साथ ही भौतिक कक्षाएं दिसंबर से शुरू की हैं। इसके साथ ही स्कूलों में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति भी करने जा रहा है। जिसके लिए आवेदन 4 दिसंबर तक करना है। जिसके बाद 7 दिसंबर तक संबंधित स्कूलों में उपस्थिति दर्ज कराना है।

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