GOOD JOB/ ट्रक में दबे ड्राइवर को 5 घंटे तक ड्रिप और इंजेक्शन देकर बचाया, कटर से काटकर निकाला - MP NEWS

भोपाल
। दीपावली के दिन जबकि इमरजेंसी ड्यूटी में तैनात ज्यादातर लोग काम को टालते की कोशिश करते हैं, ताकि पूजन के समय तक बिना किसी परेशानी के घर पहुंच सके तब 108 एंबुलेंस के ईएमटी विद्यासागर पंवार ट्रक में दबे हुए ड्राइवर की जान बचाने की कोशिश कर रहा था। लगातार 5 घंटे तक पेन किलर, ड्रिप और इंजेक्शन देकर ड्राइवर की जान बचाई। 5 घंटे बाद ट्रक को गैस कटर से काटकर ड्राइवर को बाहर निकाला जा सका।

हादसा इंदाैर-बैतूल नेशनल हाइवे पर टेमागांव के गंजाल नदी के पुल के पास टर्निंग पर दोपहर 12.30 बजे हुआ था। बैतूल की ओर से टिमरनी की तरफ आ रहा लाेहे की प्लेट से भरा ट्रक क्रमांक एमएच 18 एए 4043 अनियंत्रित हाेकर पलट गया। हादसे में ट्रक में बैठे 3 लाेगाें की दबने से मौत हाे गई। वहीं ड्राइवर व एक अन्य गंभीर घायल हाे गए। 

ट्रक में पैर के नीचे दबे ड्रायवर को बचाने के लिए माैके पर पहुंचे 108 एंबुलेंस के ईएमटी विद्यासागर पंवार ने फंसी हुई स्थिति में ही बाटल लगाई और दर्द कम करने इंजेक्शन लगाकर उपचार दिया। फंसे ड्राइवर देवप्रताप को निकालने में 5 घंटे से अधिक का समय लग गया। 

घायल को क्रेन और गैस कटर की मदद से ट्रक की बाड़ी काटकर निकाला गया। घटनास्थल होशंगाबाद जिले के सिवनीमालवा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है। माैके पर टेमागांव, रहटगांव, सिवनीमालवा व टिमरनी पुलिस पहुंच गई थी।

हादसे में धर्मेंद्र पिता भुवन ठाकुर (27) निवासी अकबरपुरा देवास, सत्यनारायण पिता टिल्लू (29) तथा रमेश पिता रामप्रसाद मीणा (32) दाेनाें निवासी कांटाफोड़ की मौके पर ही मौत हो गई। ड्राइवर देवप्रताप निवासी धनतलाब व गोपाल निवासी आष्टा गंभीर घायल हाे गए।

सूचना पर टिमरनी एसडीओपी आरएस गहलोद, रहटगांव टीआई अनुरागलाल सहित अन्य पुलिसकर्मियों ने शवाें और घायलों काे मशक्कत कर निकाला। क्रेन और गैस कटर की मदद से ट्रक की बाडी काटकर ड्राइवर को जिंदा बाहर निकाला।

पांच घंटे ट्रक में फंसा रहा ड्राइवर देवप्रताप

हादसे में धनतलाब निवासी ड्राइवर देवप्रताप करीब 5 घंटे तक ट्रक के नीचे फंसा रहा। उसके साथी गाेपाल काे लाेगाें की मदद से निकाल लिया गया। देवप्रताप काे निकालने के लिए क्रेन व गैस कटर की मदद ली गई। दर्द से कराह रहे घायल काे 108 के ईएमटी विद्या पंवार व पायलट संजय वर्मा ने माैके पर ही उपचार शुरू किया। घायल काे माैके पर ही बाटल व इंजेक्शन लगाए गए।

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