टाइफाइड से बचने के लिए क्या करें / What to do to avoid typhoid

Bhopal Samachar
वर्तमान मौसम परिवर्तन की स्थितियों में सामान्य रूप से टाईफाईड और जलजनित बीमारियों से प्रभावित होने की आशंका आमजन के लिए बढ़ जाती है। भोपाल के स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस बारे में गाइडलाइन जारी की गई है। कृपया ध्यानपूर्वक पढ़ें एवं पालन करें:-

✔ टाईफाईड यानी मोतीझरा जिसे सामान्य भाषा में मियादी बुखार कहा जाता है। 
✔ टाईफाईड सालमोनेला टाईफी नामक बैक्टीरिया के कारण होता है। 
✔ ये बेक्टीरिया सामान्यत: दूषित पानी या संक्रमित खाद्य पदार्थों में ही पनपता हैं। 
✔ दूषित पानी या संक्रमित भोज्य पदार्थ का उपयोग करने से व्यक्ति बीमार हो जाता है। 
✔ तेज बुखार के साथ उल्टी, बदन दर्द, कमजोरी, सिरदर्द, पेटदर्द, भूख ना लगना आदि टाईफाईड के मुख्य लक्षण है। 

✔ लक्षण दिखाई देने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर उचित जांच एवं उपचार कराना चाहिए। 
✔ पेयजल छानकर एवं उबालकर उपयोग करें, बाहर का खाना खाने से बचें। 
✔ ठेले पर बिकने वाले खाद्य पदार्थों एवं पेय पदार्थों का उपयोग नहीं करें। 
✔ फल या सब्जी को पानी से धोकर ही उपयोग करें। 
✔ खाना खाने से पहले अपने हाथ साबुन से अच्छी तरह धोएं। 
✔ व्यक्तिगत स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। 
✔ घर के आसपास साफ-सफाई का ध्यान रखें। 
✔ किचन में भोज्य पदार्थ ढांक कर रखें। 
✔ पानी पीने के लिए हेंडल वाले मग का उपयोग करें। 
✔ बासी भोजन का प्रयोग ना करे, ताजा भोजन करें। 
✔ दरवाजों के हैंडल, टेलीफोन व नल पर होने वाली गंदगी से बचें। 
✔ नियमित तथा तेज बुखार के साथ उल्टी की शिकायत होने पर नजदीकी शासकीय स्वास्थ्य केन्द्र पर चिकित्सक से संपर्क करें। 
✔ सभी सरकारी अस्पतालों में टाईफाईड की जॉच उपचार की सुविधा निःशुल्क उपलब्ध है।

ऐसी जानकारियां जो आपको सोसायटी में स्पेशल बनातीं हैं 

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!