बीमांक लेखापालों ने NHM की पुनर्नियोजन परीक्षा का बहिष्कार किया | EMPLOYEE NEWS

भोपाल। बीमांक लेखापाल संदीप चतुर्वेदी ने बताया कि मप्र के स्वास्थ्य विभाग की राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन योजनान्तर्गत वर्ष 2007 से विभिन्न तरह की चयन प्रक्रिया के माध्यम से बीमांक व विकासखण्ड लेखाप्रबंधक चयनित हुए थे, जिसमें वर्ष 2016 में बजट की कमी बताकर विभाग द्वारा विभिन्न तरह 17 पद कैडर समाप्त कर उक्त पद अन्तर्गत कार्यरत संविदा कर्मचारियों के पद निरन्तर न करते हुए उनकी सेवा समाप्त कर दी थी। 

जहाँ विभाग द्वारा तात्कालिक समय में उक्त पदों के निष्कासित कर्मचारियों को पुनर्नियोजन करने परीक्षा व साक्षात्कार के माध्यम से कुछ अभ्यर्थियों का समायोजन कर लिया गया था, जिसमें कई बार अपीलीय व अन्य माध्यमों से लगातार समायोजन की अपारदर्शी प्रक्रिया अपनाई गई, समायोजित न होने वाले कर्मचारियों पुनर्नियोजन न करने के पीछे विभाग ने न्यायालय में प्रकरण की सुनवाई व प्रकरण विचाराधीन बताकर प्रक्रिया रोक दी थी। कोर्ट द्वारा भी कर्मचारियों को रिक्त पदों पर पुनर्नियोजित करने के आदेश व 1 अगस्त 2019 को कमलनाथ जी मुख्यमंत्री म.प्र. शासन की अध्यक्षता में आयोजित विभागीय बैठक में 17 कैडर्स अन्तर्गत निष्कासित सभी संविदा कर्मचारियों की बहाली हेतु विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस कमेटी द्वारा दिये वचन पत्र के परिप्रेक्ष्य विभाग से लिखित सैद्धातिक सहमति लेकर शीघ्र कार्यवाही पूर्ण कर बहाली करने के निर्देश दिये, किन्तु विभाग के आलाधिकारियों द्वारा बीत सरकार के कार्यकाल की भाँति 17 कैडर्स में 12 कैडर्स के निष्कासित कर्मचारियों को बिना किसी प्रक्रिया या परीक्षा के सीधे पुर्ननियुक्ति के जारी कर दिये। वहीं शेष कैडर बीमांक लेखापालों के पुनर्नियोजन करने 80 अंक की कंप्यूटर आधारित परीक्षा व 20 अंक के साक्षात्कार के माध्यम से 136 अभ्यर्थियों से प्राप्त आवेदन के विरूद्ध 42 पद ही रिक्त हैं, बताकर परीक्षा आयोजित की गई। 

जिसके विरोध में आज दिवस सभी बीमांक संविदा लेखापाल परीक्षा हाल में उपस्थित होकर भी आयोजित परीक्षा का पूर्णतयः सामूहिक बहिष्कार कर परीक्षा आयोजित करने वाली प्रायवेट एजेन्सी SAMS व विभाग के अधिकारियों को लिखित में अपना ज्ञापन पत्र सौंपकर वापस चले गये। अधिकारियों द्वारा भी परीक्षा आयोजन कराने देर शाम तक ट्रिनिटी कालेज में अड़े रहे।

जानिये क्या करना है, बीमांक लेखापालों काः 

NHM द्वारा मान. मुख्यमंत्री जी के प्राप्त दिशा निर्देशों के अनुसार एकरूप कार्यवाही न कर 17 में से 12 कैडर्स के निष्कासित कर्मचारियों को सीधे पुनर्नियोजित कर लिया गया वहीं बीमांक लेखापालों के बहाली कराने परीक्षा व साक्षात्कार प्रक्रिया अन्याय व विसंगतिपूर्ण है, हम परीक्षा प्रक्रिया का विरोध करते हैं, वर्ष 2016 में पुनर्नियोजन के नाम पर लिखित परीक्षा व साक्षात्कार किये गये थे, किन्तु अपारदर्शी ढ़ंग से नियुक्ति आदेश हूये थे। परीक्षा प्रक्रिया दोषपूर्ण व अविश्वासी हैं सामूहिक विरोध सभी की लिखित सहमति पर स्वभाविक प्रक्रिया में हूआ है, NHM द्वारा यदि आगे भी इस भाँति विसंगतिपूर्ण प्रक्रिया की जाती है, तो मजबूरन बहिष्कार करना अंतिम विकल्प होगा, सभी के एक साथ बहाली होनी चाहिये।

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