बोर्ड परीक्षा: जांच के नाम पर सिख छात्र की पगड़ी उतरवाई | MP NEWS

Bhopal Samachar
इंदौर। मध्य प्रदेश के धार जिले की धामनोद तहसील में मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (एमपी बोर्ड) द्वारा आयोजित कक्षा 12 की परीक्षा में जांच के नाम पर सिख छात्र को पगड़ी उतारने के लिए बाध्य किया गया। परीक्षा के बाद जब विवाद शुरू हुआ तो जिला शिक्षा अधिकारी ने ऐसे किसी मामले की जानकारी होने से ही इनकार कर दिया। BEO ने बताया कि तीन आरोपी महिला शिक्षकों को हटा दिया गया है। जांच के बाद विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

केंद्र अध्यक्ष सुधा जैन ने सिख छात्र से पगड़ी उतारने को कहा

जानकारी के मुताबिक हरपल पिता करतार सिंह निवासी दूधी सरस्वती स्कूल में कक्षा 12वीं का छात्र है। सोमवार को कन्या हायर सेकंडरी स्कूल में हिंदी का पेपर था। सुबह 8.45 बजे परीक्षा देने पहुंचा। वहां मौजूद केंद्राध्यक्ष सुधा जैन, सहायक केंद्राध्यक्ष एमडी वर्मा, शिक्षक ममता चौरसिया ने हरपल को गेट पर ही रोक लिया और चेकिंग के नाम पर पगड़ी खुलवाई। छात्र ने कहा- यह गलत है। इस पर टीचर बोले- यह शासन के नियम हैं। पगड़ी खोलकर ही जांच की जाएगी। इसके बाद छात्र ने पगड़ी खोलकर दे दी। टीचर ने पगड़ी की जांच की और फिर छात्र को परीक्षा हॉल में जाने दिया।

बोर्ड परीक्षा में क्या हुआ DEO को पता ही नहीं था, BEO ने कहा मैंने सब को बता दिया है

बीईओ नीता श्रीवास्तव ने बताया कि धामनोद केंद्र पर ऐसी शिकायत मिली थी। मैंने तीनों शिक्षकों से व्यक्तिगत बात की और अधिकारियों को भी इस संबंध में अवगत कराया। प्रारंभिक रूप से शिक्षकों की गड़बड़ी सामने आई। इस पर तीनों शिक्षकों काे हटाने के आदेश दिए हैं। कल मैं खुद केंद्र पर जाऊंगी, अन्य स्टाफ से भी बात करूंगी। दोषी शिक्षकों से माफीनामा लिखवाया जाएगा और जांच में जो भी दोषी होगा, उस पर सख्त कार्रवाई होगी। इधर, डीईओ मंगलेश व्यास बोले- ऐसा कुछ हुआ है। मेरी जानकारी में नहीं है। आपने मामला संज्ञान में लाया है, इसकी जांच करवाता हूं।


मैंने सब से माफी मांग ली है जो हुआ अनजाने में हुआ: केंद्र अध्यक्ष

सिख छात्र हरपलसिंह ने बताया कि जब वह परीक्षा देने गया तो नियमित चेकिंग के दौरान उसकी पगड़ी को खुलवाया गया, हालांकि मैंने इसका विरोध किया और कहा कि पग मत उतरवाओ ये मेरी शान है, लेकिन उन्होंने नियमों का हवाला देकर मेरी पगड़ी उतरवाई। मामले में सिख समाज ने आपत्ति दर्ज कराई है। समाज का कहना है कि यह गंभीर मामला है, इसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। केंद्राध्यक्ष ममता चौरसिया ने कहा कि मैंने सभी से माफी मांगी है, जो कुछ हुआ, अनजाने में हुआ।

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