CADBURY chocolate कंपनी को सबक सिखाया, ₹5 की चॉकलेट के लिए 4 साल केस लड़ा

इंदौर। बाजार में ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी हर रोज होती है। चॉकलेट बनाने वाली वर्ल्ड फेमस कंपनी कैडबरी कंपनी भी अपने ग्राहकों के साथ ठगी कर रही थी। ₹5 वाली पर्क चॉकलेट में 16 ग्राम वजन होना चाहिए परंतु कैडबरी कंपनी 8 ग्राम वजन की चॉकलेट बेच रही थी। यानी मुनाफे के अलावा 50% की ठगी की जा रही थी। ज्यादातर ऐसा होता है कि लोग ऐसे मामलों के सामने आने पर आपत्ति उठाते हैं लेकिन कोई कार्यवाही नहीं करते परंतु एक इंदौरी ऐसा था, जिसने कंपनी को सबक सिखाने का फैसला किया। ₹5 की चॉकलेट के लिए 4 साल तक केस लड़ा। फाइनली कंपनी पर ₹100000 का जुर्माना ठोका गया।

Cadbury Perk: रेपर पर 16gm लिखा था, चॉकलेट का वजन 8 ग्राम निकला

मुकेश अमोलिया नामक व्यक्ति ने वर्ष 2016 में रिलायंस फ्रेश से Perk by Cadbury chocolate खरीदी, जिसका मूल 5 रुपए चुकाया। उक्त चॉकलेट के रैपर पर वजन 16 ग्राम लिखा था। जब उसका वजन तौला तो वह महज 8 ग्राम की ही निकली। 

Reliance Fresh ने सपोर्ट नहीं किया, मैनेजर बोला कैडबरी कंपनी से लड़ो

कंजूमर ने जब रिलायंस फ्रेश के मैनेजर से शिकायत की तो मैनेजमेंट ने उसे चलता कर दिया और कहा कि कैडबरी वालों से लड़ो… इसके बाद मुकेश ने वहीं से 50 रुपए की 100 चॉकलेट और खरीदीं। उन सभी का वजन भी 8 ग्राम ही निकला। अगले दिन मुकेश उपभोक्ता फोरम पहुंचा और उक्त संबंध में शिकायत की तथा 5 लाख रुपए का हर्जाना मांगा। 

नापतोल विभाग में रिलायंस फ्रेश पर जाकर कार्यवाही की

इस पर नापतौल विभाग ने रिलायंस फ्रेश को छाना और पर्क चॉकलेट की तुलाई शुरू कर दी। विभाग ने कैडबरी कम्पनी की गलती मानी और उसे नोटिस जारी कर तलब किया। लगभग 5 वर्षों तक मामला लम्बित रहा। 

Cadbury कंपनी पर एक लाख और रिलायंस फ्रेश पर 30000 का जुर्माना

उक्त मामले में उपभोक्ता फोरम ने कम्पनी को दोषी ठहराते हुए ग्राहकों को धोखे में रखना माना और कैडबरी के बदले में 1 लाख रुपए नापतौल विभाग को देने के निर्देश दिए। साथ ही उक्त पर्क चॉकलेट की अनदेखीपूर्वक बिक्री करने पर रिलायंस फ्रेश को भी 30 हजार रुपए बतौर जुर्माना चुकाना पड़ा। 

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