मध्य प्रदेश 5 कांग्रेस विधायकों का एक और दल जयपुर पहुंचा, अब तक 86 | MP NEWS

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में कांग्रेस 114 विधायक हैं। 2 BSP, 1 SP और 4 निर्दलीय विधायक है जो कमलनाथ को समर्थन दे रहे हैं। इनमें से 22 ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ हैं और अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं। शेष विधायकों को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से सलाह मशवरे के बाद कमलनाथ ने जयपुर भेज दिया है। ताजा समाचार यह है कि जयपुर में 5 कांग्रेस विधायकों का एक और दल पहुंच गया है और जिस तरह जयपुर में कांग्रेस व सहयोगी विधायकों की कुल संख्या 86 हो गई है। 

चारों तरफ से घिर गए हैं मुख्यमंत्री कमलनाथ 

सीएम कमलनाथ के बारे में कहा जाता था कि वह किसी के सामने किसी भी सूरत में नहीं झुकते परंतु फिलहाल हालात यह है कि वह हर कदम पर समझौते कर रहे हैं। निर्दलीय एवं BSP-SP विधायकों ने अपनी शर्ते सामने रख दी हैं। इसके अलावा कांग्रेस पार्टी के विधायकों की शर्तें भी कम नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के सामने सबसे बड़ी चुनौती बचे हुए 99 विधायकों को संभाल कर रखना है। दूसरा बड़ा टारगेट ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ गए विधायकों को वापस लाना है और तीसरा काफी मुश्किल टारगेट यह है कि भारतीय जनता पार्टी के कुछ विधायकों को भी इस्तीफा देने के लिए तैयार करना पड़ेगा। 

दोनों तरफ से होगा प्रशासनिक मशीनरी का दुरुपयोग 

मध्यप्रदेश में भारतीय प्रशासनिक सेवा के 7 अधिकारियों के तबादले के बाद राजनीति के जानकारों का कहना है कि यह पहली बार हो रहा है जब प्रशासनिक मशीनरी का उपयोग इस तरह से किया जा रहा है। यदि सीएम कमलनाथ मध्य प्रदेश की पुलिस और प्रशासन का इस तरह से उपयोग करेंगे तो काफी संभावना है कि केंद्र की तरफ से इनकम टैक्स डिपार्टमेंट, CBI या फिर ED की कोई कार्यवाही नजर आए। भाजपा नेताओं के कुछ मामले भोपाल में पेंडिंग है तो कांग्रेस नेताओं के कुछ मामले दिल्ली में भी पेंडिंग है।

जो कांग्रेस विधायक जयपुर नहीं गए 

1.कमलनाथ , सीएम
2.एन पी प्रजापति, विधानसभाध्यक्ष
3.पी सी शर्मा
4.तरुण भनोत
5.जीतू पटवारी
6.प्रियव्रत सिंह
7.जयवर्धन सिंह
8.लाखन सिंह यादव
9.उमंग सिंघार
10.हनी बघेल
11.शशांक भार्गव
12.लक्ष्मण सिंह
13.बाबू जंडेल (पिताजी का निधन हुआ है)

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