जबलपुर। यात्रियों को निर्धारित समय पर उनके गंतव्य तक पहुंचाने का संकल्प लेकर दौड़ने वाली भारतीय रेल के प्रबंधन पर एक बार फिर सवाल खड़ा हुआ है। पश्चिम मध्य रेलवे जोन के जीएम स्पेशल ट्रेन से रेलवे ट्रैक का निरीक्षण करने निकले थे। मजेदार बात यह है कि उनकी स्पेशल ट्रेन का इंजन फेल हो गया। सवाल सिंपल सा है, जो महकमा अपने जीएम की स्पेशल ट्रेन का इंजन दुरुस्त नहीं रख सकता उससे क्या उम्मीद करें कि वह आम यात्रियों की रेल का कितना बेहतर प्रबंधन करता होगा।
जीएम स्पेशल ट्रेन का इंजन फेल हुआ तो हड़कंप मच गया
कटनी से सिंगरौली रेलवे ट्रैक का निरीक्षण करने निकले पश्चिम मध्य रेलवे जोन के जीएम की स्पेशल ट्रेन का इंजन फेल हो गया। घटना गुरुवार को उस वक्त की है, जब जीएम शैलेन्द्र कुमार सिंह, स्पेशल ट्रेन में सवार होकर पमरे जोन और जबलपुर रेल मंडल के आला अधिकारियों के साथ सिंगरौली से कटनी एनकेजे का निरीक्षण कर रहे थे। सिंगरौली से लौटते वक्त जीएम स्पेशल ट्रेन दोपहर में मढ़वास ग्राम पहुंची ही थी कि तभी उसका इंजन फेल हो गया। ट्रेन में सवार आला अधिकारियों को कुछ समय तक इसकी जानकारी नहीं लगी, लेकिन जैसे ही पता चला तो हड़कंप मच गया।
1 घंटे तक खड़ी रही जीएम स्पेशल ट्रेन, दूसरा इंजन मंगवाया तब रवाना हुई
मढ़वास ग्राम रेलवे स्टेशन पर ट्रेन का इंजन फेल होने के बाद कटनी से दूसरा डीजल इंजन मंगवाया गया, जिसे आने में लगभग 40 मिनट से ज्यादा का वक्त लगा। इस दौरान आला अधिकारी स्पेशल ट्रेन के कोच में सवार थे तो कुछ ट्रैक का निरीक्षण करने निकल गए। दोपहर तकरीबन 2 बजे ट्रेन का इंजन फेल हुआ और एक घंटे बाद दोपहर 3 बजे दूसरा इंजन लगाकर ट्रेन को रवाना किया गया। सूत्रों के मुताबिक जीएम स्पेशल ट्रेन में लगाया गया इंजन एक दिन पहले ही कटनी शेड से मंगवाया गया था।