भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व डीजीपी एवं सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन के डायरेक्टर ऋषि कुमार शुक्ला पर मनमानी एवं पक्षपात का आरोप लगाया गया है। सीबीआई के दिल्ली हेड क्वार्टर में पोस्टेड डीएसपी एनपी मिश्रा में शुक्ला सहित कई अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने पिछले दिनों किए गए 80 अधिकारियों के तबादलों में नीति एवं नियमों का पालन नहीं किया। श्री मिश्रा ने पीएम नरेंद्र मोदी से शिकायत की एवं दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका फाइल की है।
याद दिला देंगे पिछले दिनों सीबीआई के अधिकारियों के तबादले किए गए थे। ट्रांसफर के पीछे तर्क दिया गया था कि जिन अधिकारियों को एक ब्रांच में 5 साल से ज्यादा या एक स्टेशन पर 10 साल से अधिक हो गए हैं उनके ट्रांसफर किए जा रहे हैं। डीएसपी मिश्रा ने इसी ट्रांसफर लिस्ट के आधार पर शिकायत एवं याचिका दाखिल किए।
दिल्ली हाईकोर्ट में दाखिल याचिका में मिश्रा ने कहा कि सीबीआई डायरेक्टर शुक्ला, सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर अजय भटनागर, डिप्टी डायरेक्टर अनुराग (मप्र कैडर के आईपीएस), एसपी मनोज वर्मा, ज्वाइंट डायरेक्टर साई मनोहर (मप्र कैडर के आईपीएस) और ज्वाइंट डायरेक्टर अमित कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'न खाउंगा न खाने दूंगा" के सपने को खत्म कर रहे हैं।
15 साल से जमे अफसरों का ट्रांसफर क्यों नहीं किया
मिश्रा का आरोप है कि पांच और 10 साल से एक ही स्थान पर जमे अफसरों के तबादले किए गए हैं, जबकि कई अधिकारी तो ऐसे हैं, जो 15 साल से एक ही स्थान पर जमे हैं। उनके तबादले नहीं किए गए हैं। मिश्रा ने उन अधिकारियों की सूची भी याचिका के साथ लगाई है, जो 15 साल से एक ही स्थान पर जमे हैं।
तबादलों का विशेष ऑडिट हो
मिश्रा ने मांग की है कि जनवरी 2020 में सीबीआई में किए गए तबादलों का विशेष ऑडिट कराया जाना चाहिए। इससे पूरी गड़बड़ी उजागर हो जाएगी। गौरतलब है कि सीबीआई प्रमुख शुक्ला मप्र कैडर के अधिकारी हैं। जनवरी 2019 में राज्य सरकार ने उन्हें डीजीपी पद से हटाया था। इसके बाद केंद्र सरकार ने उन्हें सीबीआई डायरेक्टर नियुक्त किया।
मिश्रा पहले भी लगाते रहे हैं आरोप
यह पहला मौका नहीं है जब डीएसपी मिश्रा ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों पर आरोप लगाए हैं। इसके पहले भी मिश्रा ने सितंबर 2019 को पीएमओ को पत्र लिखकर सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर एके भटनागर पर झारखंड में 14 लोगों का फर्जी एनकाउंटर करने का आरोप लगाया था।
नो स्टोरीज, नो टॉक
मिश्रा के आरोपों को लेकर सीबीआई डायरेक्टर ऋषि कुमार शुक्ला से पूछा गया तो उन्होंने एसएमएस के जरिए जवाब दिया- 'सॉरी नो स्टोरीज, नो टॉक (कोई स्टोरी नहीं, कोई बात नहीं करना चाहते।)