मुख्यमंत्री महोदय, मार्च 2012 में पूरे म.प्र.में पटवारी चयन परीक्षा 20761 पदों पर एम.पी. ऑनलाईन के माध्यम से कराया गया था, इस परीक्षा में जिला-डिण्डौरी से 39 पद स्वीकृत रहा। जिसमें सामान्य श्रेणी के 9 अन्य पिछडा वर्ग में 5 अनुसूचित जाति 4 अनु. जन जाति 21 पद विज्ञापन में दर्षाया गया था। इन पदों पर सामान्य एवं अनु. जनजाति के ही पदों की पूर्ति की गई।
चयनित अभ्यार्थियों के रहते हुए भी बाकी संवर्ग की रिक्तियों को रिक्त ही रहने दिया गया। फलतः अभ्यर्थियों ने हाई कोर्ट में 2014 में याचिका दायर किया जिस पर माननीय न्यायालय ने सुनवाई कर रा.नि. प्रषिक्षण शाला इंदौर में प्रशिक्षण कराया गया और प्रशिक्षणोपरांत 06.07.2018 को परिणाम घोषित करने के आदेष का दिया गया। जिसका पालन आयुक्त भू-अभिलेख द्वारा नहीं किया गया।
1. जितेन्द्र कुमार राय 2. देवव्रत राजपूत 3. सविता सोनी 4. ओमप्रकाश झारिया को 9 माह प्रशिक्षण हेतु 3 अपैल 2017 को इंदौर भेजा गया प्रशिक्षण के पश्चात आज तक उसका परीक्षा परिणाम घोषित नहीं किया गया। पिछड़ा वर्ग का एवं पद नहीं है बताया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि बिना परिणाम घोषित किये नियुक्ति नहीं दी जाती। डिण्डौरी जिले के एकमात्र प्रशिक्षणार्थी ओमप्रकाश झारिया को ही परिणाम बताकर उसकी नियुक्ति कर दी गई है। जबकि सभी का मामला एक जैसा था। इस प्रकार अनियमितता की जा रही है।
शेष अभ्यार्थी आज भी परिणाम के लिये ग्वालियर, भोपाल, डिण्डौरी, हाईकोर्ट भटक रहे हैं उन्हें किसी प्रकार की जानकारी से अवगत नहीं कराया जा रहा है। उक्त प्रशिक्षण का परिणाम आयुक्त भू-अभिलेख एवं बंदोबस्त ग्वालियर द्वारा घोषित किया जाना है।
प्रार्थी
देवव्रत राजपूत, जितेंद्र कुमार राय, सविता सोनी
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