NITESH SAHU: मप्र के लोगों को करोड़ों का चूना लगाकर दुबई भाग गया था, गिरफ्तार

भोपाल। मध्य-प्रदेश के खरगोन जिले के चार थानों में धोखाधड़ी का आरोपी नितेश साहू मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया है। वह दुबई से मुंबई उतरकर गोवा जाने वाला था। नितेश साहू पर आरोप है कि उसने NITCAR TAXI INDIA PRIVATE LIMITED और CREDIT COOPERATIVE SOCIETY LIMITED नाम से कंपनियां बनाकर फर्जी निवेश योजनाएं संचालित की एवं निवेशकों का पैसा लेकर भाग गया। 

खरगोन पुलिस ने बताया कि आसाराम साहू का बेटा नितेश साहू जिले के चार थानों में धोखाधड़ी का आरोपी है। 2019 में उसने इलाके में फर्जी निवेश योजनाओं का प्रचार प्रसार शुरू किया। लोगों को मोटे मुनाफे का लालच देकर 1 साल एवं अधिक की योजनाओं में निवेश करवाया। एक आरोप यह भी है कि नितेश साहू ने अपने एक निवेशक को अपनी कंपनी में डायरेक्टर बना दिया और खुद बाहर हो गया ताकि यदि कोई कानूनी कार्रवाई हो तो निवेशक फस जाए। 

पुलिस सूत्रों ने बताया कि फर्जी निवेश योजनाओं की लोकप्रियता के लिए नितेश साहू ने शुरू में लोगों को मोटा ब्याज अदा किया। लालच में आकर लोगों ने काफी पैसा लगा दिया। इसके बाद जब लोगों को ब्याज नहीं मिला तो उन्होंने दबाव बनाना शुरू किया। इसी दौरान उसकी शिकायतें शुरू हो गई। मामला हाथ से निकला तो नितेश साहू दुबई भाग गया। खरगोन एसपी ने नितेश साहू के खिलाफ रेड अलर्ट जारी किया था। इसी के चलते जब 7 जनवरी 2020 को नितेश साहू मुंबई एयरपोर्ट पर उतरा तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया। खरगोन पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश करके 3 दिन की रिमांड पर लिया है।

कंपनी के डायरेक्टर में सबसे पहली शिकायत की

नीट कार टैक्सी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ पुलिस को पहली शिकायत संजय ग्वालवंशी निवासी करही ने जुलाई-अगस्त 2019 में की थी। संजय ने बताया कि कंपनी में निवेश के लिए साहू को एक लाख दिए। वह एक लाख रुपये देने के बाद 12 महीने तक प्रतिमाह 12200 रुपये देने का प्रलोभन दे रहा था। इस तरह कुल 1.92 लाख रुपये लौटाने का लालच दिया। इससे बढ़ी रकम तो नहीं मिली, बल्कि मूल राशि भी हजम कर ली। संजय ने पुलिस को बताया कि साहू नौकरी लगाने का झांसा देकर बिना अनुमति के कंपनी में डायरेक्टर भी बना दिया। इसके बाद कंपनी बंद हो गई। 

एएसपी खरगोन शशिकांत कनकने ने बताया कि नितेश साहू के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में चार थानों में केस दर्ज है। अभी तक 19 लोगों ने पुलिस में शिकायत की थी। एक करोड़ 25 लाख रुपये ऐंठने की बात अभी जांच में सामने आई है। पीड़ितों की संख्या ज्यादा है। 

और भी कई कंपनियां बनाकर फर्जीवाड़ा किया है 

मिनिस्ट्री ऑफ कॉर्पोरेट अफेयर्स के रिकॉर्ड में नितेश साहू के नाम से और भी कई कंपनियां नजर आ रही हैं परंतु हर कंपनी में नितेश साहू का डायरेक्टर नंबर अलग है। सभी कंपनियां इसी नितेश साहू से जुड़ी हुई होंगी यह संदेह इसलिए किया जा रहा है क्योंकि सभी कंपनियां मध्यप्रदेश में रजिस्टर्ड हुई। इनमें से कुछ कंपनियां बंद हो गई। चौंकाने वाली बात यह है कि नितेश साहू वर्तमान में किसी भी कंपनी में डायरेक्टर नहीं है। बड़ी चतुराई के साथ कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए उसने खुद को सभी कंपनियों से बाहर कर लिया। हालांकि सरकारी रिकॉर्ड में उसका नाम अभी भी दर्ज है।

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