नई दिल्ली। भारत में बेरोजगारी कितनी विस्फोटक हो गई है यह मामला इसका एक ताजा सबूत है। इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद भी जब एक युवक को नौकरी नहीं मिली तो उसने हार नहीं मानी और एमबीए किया परंतु एमबीए की पढ़ाई के बाद भी उसे कहीं भी योग्यता अनुसार नौकरी नहीं मिली। रोजी रोटी के लिए उसने एक सिक्योरिटी एजेंसी में सुरक्षा गार्ड की नौकरी कर ली परंतु उसकी उच्च शिक्षा के कारणों से सुरक्षा गार्ड की नौकरी से निकाल दिया गया। सिस्टम से नाराज बेरोजगार युवक ने एयरपोर्ट पर एक बम प्लांट कर दिया।
कर्नाटक राज्य के मंगलौर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सोमवार की सुबह करीब 8 बजकर 45 मिनट पर CISF की टीम को एक बैग मिला। इस बैग में कम तीव्रता का IID बम बरामद किया गया था जिसके बाद वहां हड़कंप मच गया था। आनन-फानन में एयरपोर्ट की सुरक्षा कड़ी कर दी गई और संदिग्ध की तलाश शुरू कर दी गई।
बुधवार को अचानक ही एक शख्स पुलिस के पास पहुंचा और उसने एयरपोर्ट पर बम रखने की बात कुबूल कर ली। उस शख्स का नाम आदित्य राव बताया जा रहा है। पुलिस के सामने सरेंडर करने के बाद बम रखने वाले संदिग्ध आरोपी ने बताया कि उसने यह सब बदला लेने के लिए किया था क्योंकि जहां वो सुरक्षा गार्ड की नौकरी करता था वहां से उसे हटा दिया गया था।
आदित्य राव ने पुलिस को बताया कि वो एक इंजीनियर है परंतु बेरोजगार है। इंजीनियरिंग के बाद जब नौकरी नहीं मिली तो उसने एमबीए किया। एमबीए की डिग्री हासिल करने के बाद भी उसे नौकरी नहीं मिली। अंततः वह एक सिक्योरिटी एजेंसी में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने लगा। पिछले दिनों से इस नौकरी से भी निकाल दिया गया क्योंकि वह कुछ ज्यादा ही पढ़ा लिखा था। बेरोजगारी के तनाव में आकर उसने एयरपोर्ट पर बम रख दिया। फिलहाल पुलिस के अलावा कई सुरक्षा एजेंसियां उससे पूछताछ कर रही है।