जबलपुर के नेताजी सुभाष चन्द्र मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में आमजन के लिये ब्रेन एन्यूरिज्म का क्वाईलिंग के माध्यम से इलाज रियायती दर पर शुरू कर दिया गया है। यह सुविधा देश के बहुत सीमित संस्थानों में उपलब्ध है। ब्रेन एन्यूरिज्म के इलाज में सामान्य तौर पर क्वाईल एवं स्टेंट की संख्या के आधार पर लगभग 5 से 8 लाख रूपये खर्च होता है।
एन्यूरिज्म दिमाग की रक्त वाहिकाओं की वह अवस्था है, जिसमें दीवार कमजोर होने के कारण रक्त वाहिकाएँ फट जाती हैं। अधिकतर केस में इलाज की कमी से मरीज की मृत्यु तक हो जाती है। सही समय पर इलाज न होने पर बार-बार रक्त-स्त्राव होता रहता है, जिससे मरीज को असहनीय पीड़ा होती है।
ब्रेन एन्यूरिज्म का इलाज शल्य क्रिया द्वारा भी किया जाता है, जिसमें हाई रिस्क होता है तथा मरीज की मृत्यु तक हो सकती है। क्वाइलिंग के माध्यम से ब्रेन एन्यूरिज्म का इलाज एंजियोप्लास्टी की तरह कम जोखिम वाला इलाज है। यह तकनीक दवाईयों के इलाज की अपेक्षा कहीं अधिक बेहतर है।
अस्पताल के विभागाध्यक्ष डॉ. प्रदीप कसार ने बताया कि सरकार की सहायता से आमजन को बड़े-बड़े शहरों में उपलब्ध बीमारियों के इलाज की सुविधा अब प्रदेश के शासकीय अस्पतालों में भी उपलब्ध करायी जा रही है। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल जबलपुर में ब्रेन स्ट्रोक का इलाज भी किया जा रहा है, जिसमें रक्त वाहीकाओं के क्लॉट को यांत्रिक विधि से हटाया जाता है। यह विधि दवाईयों के इलाज से कहीं ज्यादा बेहतर है।