भोपाल। भारतीय जनता पार्टी में नंबर दो पर सबसे पावरफुल नेता अमित शाह और उनकी टीम राष्ट्रीय मुद्दों पर पूरे देश को एकजुट कर लेती है लेकिन पार्टी के भीतर चलने वाली राज्यों की राजनीति में अक्सर उलझ कर रह जाती है। बताने की जरूरत नहीं की पद के लालच में पड़े नेताओं के कारण ही मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी विपक्ष में बैठी हुई है, बावजूद इसके कुर्सी पर जमे रहने के लिए लॉबिंग और गुटबाजी लगातार जारी है।
अमित शाह को चाहिए यंग और डायनामिक प्रदेश अध्यक्ष
दिल्ली के संपर्क सूत्रों का कहना है कि अमित चाचा दें कि इस बार मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को एक ऐसा प्रदेश अध्यक्ष मिले जो मध्य प्रदेश के लोगों के लिए उम्मीद की नई किरण बन सके। जिसमें कार्यकर्ताओं को अपना भविष्य नजर आता हो। जो संगठन के काम में उपयोगी हो और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से भी तालमेल अच्छा हो। कुल मिलाकर अमित शाह की टीम चाहती है कि मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी युवाओं के हाथ में पहुंचे।
राकेश सिंह कुर्सी छोड़ने को तैयार नहीं
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं जबलपुर के सांसद राकेश सिंह का कार्यकाल पूरा हो चुका है। इन्हीं के कार्यकाल में भाजपा मध्यप्रदेश में सत्ता से बाहर हुई। पिछले 1 साल से राकेश सिंह लगातार अपना गुट बढ़ाने और शिवराज सिंह चौहान का गुट कब करने में लगे रहे लेकिन फिर भी अपनी कुर्सी छोड़ने को तैयार नहीं है। सांसद राकेश सिंह ने सबसे पहले नरेंद्र सिंह तोमर का आशीर्वाद हासिल किया। और अब सुना है शिवराज सिंह चौहान को भी अपने पक्ष में करने की कोशिश की है। कुल मिलाकर राकेश सिंह एक बार फिर बैक डोर से कुर्सी पर जमे रहना चाहते हैं। भाजपा में मतदान की परंपरा नहीं है इसलिए दिग्गज नेताओं से तालमेल पद प्राप्ति का सबसे सरल रास्ता रहा है।