जबलपुर। अतिक्रमण मुक्त हुई मदन महल की पहाड़ी के संरक्षण के साथ शासन की विकास योजनाओं पर महाधिवक्ता कार्यालय में गत दिवस बैठक हुई। इसमें तय किया गया कि महल महल पहाड़ी पर 50 एकड़ भूमि खाली हुई है, वहां पर भी पौधरोपण किया जाएगा। अभी 25 एकड़ में पौधरोपण हो चुका है। इसी प्रकार मदन महल पहाड़ी से लम्हेटाघाट, भेड़ाघाट और चौंसठ योगिनी मंदिर को जोड़ते हुए रोपवे का निर्माण के लिए सहमति बनी। इसके लिए उच्च न्यायालय से अनुमति ली जाएगी।
बैठक में महाधिवक्ता शशांक शेखर के अलावा संभागायुक्त राजेश बहुगुणा, कलेक्टर भरत यादव और नगर निगम कमिश्नर आशीष कुमार सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे। बैठक में मदन महल पहाड़ी के संरक्षण पर व्यापक चर्चा की गई।महाधिवक्ता कार्यालय में हुई बैठक में शहर के तालाबों का संरक्षण कैसे किया जाए, निगम प्रशासन के साथ मिलकर कैसे इन्हें संवारा जाए, इस विषय पर भी विचार-विमर्श किया गया। बैठक में बताया गया कि रोपवे को लेकर शासन की सहमति है, लेकिन पहले न्यायालय से अनुमति लेना जरूरी है।
इधर, जबलपुर को जल्द ही एक और सौगात मिलने जा रही है। लम्हेटा में जियो पार्क विकसित करने के लिए भी कवायद शुरू हो गई है। जल्द ही जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जीएसआई) की टीम स्टडी टूर पर जबलपुर आएगी। बता दें कि सांसद और कोयला एवं इस्पात सम्बंधी संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष राकेश सिंह ने बीते दिनों समिति के अधीनस्थ जेडएसआई के महानिदेशक एसएन मेश्राम को लम्हेटा में पार्क विकसित करने सम्बंधी आवश्यक औपचारिकताएं पूरी करने के निर्देश दिए थे