इंदौर। द्वारकापुरी थाना क्षेत्र की अहिरखेड़ी में सूदखोरों से परेशान होकर फांसी लगाने वाले व्यापारी राजा (31) पिता अमर सिंह चौधरी (Raja father Amar Singh Chaudhary) की मौत के बाद बुधवार को आक्रोशित परिजन ने उनके शव को थाने के सामने ही एंबुलेंस बीच सड़क खड़ी कर चक्का जाम (traffic jam) कर दिया। भारी संख्या में लोगों के सड़क पर शव रख कर बैठ जाने की सूचना मिलते ही एएसपी मनीष खत्री, CSP पुनीत गौतम व टीआई द्वारकापुरी विजय सिसौदिया मौके पर बल के साथ पहुंचे और दोषियों पर सख्त कार्रवाई का बोलकर चक्काजाम समाप्त करवाया।
टीआई विजय सिसौदिया ने बताया कि मृतक राजा पिता अमर सिंह चौधरी निवासी अहीर खेड़ी क्षेत्र में बालाजी प्रापर्टी ब्रोकर्स (Balaji Property Brokers) के साथियों के साथ प्रापर्टी कारोबार (Property business) करता था। मंगलवार को उसने एक सुसाइड नोट (Suicide note) लिखने के बाद अपने ही अहीर खेड़ी स्थित मकान में जाकर फांसी लगा ली थी। उसकी अंडरवियर से पुलिस को पोस्टमार्टम के दौरान एक सुसाइड नोट मिला था जिसमे में उसने बिल्डर अशोक चौधरी (Builder ashok chaudhary) से रुपये लेने के बाद ब्याज के लिए परेशान करने का जिक्र किया है। हम सुसाइड नोट के आधार पर मामले में बिल्डर को जल्द ही बयान के लिए बुलाएंगे। वहीं मृतक के फोन काॅल डिटेल भी निकलवा रहे हैं। यदि उसे धमकाने के सबूत मिलते हैं तो उसी के आधार पर दोषियों पर केस दर्ज कर कार्रवाई करेंगे।
इधर, पोस्टमार्टम के बाद परिजन जब शव लेकर थाने पहुंचे तो उनकी थाने वालों ने ठीक से बात नहीं सुनी। इसी के बाद आक्रोशित होकर परिजन ने थाने के सामने ही शव रखी एंबुलेंस बीच सड़क पर रुकवा दी और शव को नीचे उतारकर चक्काजाम करने लगे। लेकिन अधिकारियों के आश्वासन के तत्काल बाद चक्काजाम समाप्त कर दिया।
इधर मृतक राजा के परिजन व दोस्तों ने बताया कि वह काफी दिलदार इंसान था। कुछ समय पहले ही उसने 50 लाख रुपये भी प्रापर्टी कारोबार में इनवेस्ट किए थे। लेकिन कारोबार में नुकसान होने से उसने कुछ बड़े प्रापर्टी कारोबारियों से ब्याज पर 20 लाख रुपये लिए थे। इसी के बाद से उसे रुपये देने वाले लोग ब्याज जोड़कर परेशान करने लगे। परिवार में उसकी मां, पत्नी दो बच्चे और तीन बहनें हैं। सभी मौत से आहत हैं। परिजन का आक्रोश था कि सुसाइड नोट में जिन लोगों से परेशान होकर राजा ने नाम लिखे हैं उन्हें पुलिस जल्द गिरफ्तार करे।