भोपाल। राजधानी की चिंकी यादव 2020 में टोक्यो में होने वाले ओलिंपिक खेलों में निशाना साधेगीं। वह 25 मीटर पिस्टल निशानेबाजी स्पर्धा में भाग लेंगी। चिंकी ने शुक्रवार को दोहा में 14वीं एशियाई चैंपियनशिप में महिलाओं के 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा के फाइनल में जगह बनाकर टोक्यो ओलिंपिक में अपनी जगह पक्की की। चिंकी के पिता मेहताब सिंह यादव खेल विभाग में पदस्थ हैं। चिंकी जसपाल राणा से कोचिंग लेती हैं।
चिंकी ने क्वॉलीफाइ करने के लिए में 588 अंक हासिल किए, जिसमें एक ‘परफेक्ट 100’ भी शामिल है। वह थाईलैंड की नेपहासवान यांग पाइबून (590) के बाद दूसरे स्थान पर रहीं। 21 वर्षीय निशानेबाज चिंकी अब 8 महिलाओं के फाइनल मुकाबले में प्रतिभाग करेंगी। ओलंपिक 2020 में भारत के लिए 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा चुनी गईं वह दूसरी खिलाड़ी हैं। इससे पहले राही सरनोबत ने इस साल के शुरू में म्यूनिख में विश्व कप में जीत दर्ज करके ओलंपिक की टिकट हासिल की थी।
मप्र निशानेबाजी अकादमी की खिलाड़ी चिंकी यादव अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में तीन गोल्ड, दो रजत और चार कांस्य पदक जीत चुकी हैं। चिंकी यादव के पिता मेहताब सिंह खेल विभाग में इलेक्ट्रिशियन के पद पर कार्यरत हैं। वह परिवार के साथ तात्या टोपे स्टेडियम के आवासीय परिसर में रहते हैं। चिंकी बचपन से ही स्टेडियम में खिलाड़ियों को शूटिंग की प्रैक्टिस करते देखा करती थी। यहीं से ही शूटिंग के प्रति उनका लगाव बढ़ता गया। चिंकी के छोटे भाई भी शूटर हैं।
चिंकी यादव ने साल 2017 में 'जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप' के दौरान ब्रांन्ज़ मेडल अपने नाम किया था। तब चिंकी के पिता मेहताब सिंह यादव ने कहा था कि शूटिंग काफ़ी महंगा खेल है। मेरे पास इस खेल के इक्विपमेंट ख़रीदने के पैसे भी नहीं थे, लेकिन खेल विभाग ने मेरे परिवार की पूरी मदद की।