इंदौर। शासकीय अनुदान प्राप्त स्कूलों के शिक्षक वर्षों बाद भी अपने अधिकार की लड़ाई लड़ रहे हैं। दीपावली नजदीक है, लेकिन पांचवें वेतनमान का पैसा जारी नहीं हो सका। शिक्षकों का आरोप है कि शिक्षा विभाग के पास दो महीने से पैसा पड़ा है, लेकिन भुगतान करने की प्रक्रिया नहीं की जा रही है। अब उन्होंने तय किया है कि दीपावली के पहले राशि नहीं मिली तो वे धनतेरस पर सामूहिक रूप से भीख मांगने निकलेंगे।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक अनुदान प्राप्त स्कूलों के शिक्षक और कर्मचारियों को पांचवें वेतनमान के लाभ की 50 फीसदी राशि का भुगतान अक्टूबर 2019 से पहले होना था। शासन ने करीब 40 करोड़ रुपए शिक्षा विभाग के खाते में जमा करवा दिए हैं, लेकिन अफसरों ने भुगतान की प्रक्रिया ही शुरू नहीं की। शिक्षकों को उम्मीद थी कि इस बार एक साथ बड़ी राशि मिलने से त्योहार अच्छे से मन सकेगा। अधिकारियों से लगातार मांग करने के बावजूद शिक्षकों की सुनवाई नहीं हो रही है। इसी मामले में सोमवार को अनुदान प्राप्त विद्यालय शिक्षक-कर्मचारी संगठन के सदस्यों ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में सांकेतिक धरना प्रदर्शन भी किया था।
दो माह से टालमटोल कर रहे अधिकारी
शिक्षक बीएस यादव, राजाराम बौरासी आदि ने बताया कि दो महीने से अधिकारी सिर्फ टालमटोल कर रहे हैं। हमारी समस्या को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। कई बार कहने के बावजूद पैसा नहीं मिल रहा है। अब कई शिक्षकों के सामने आर्थिक संकट की स्थिति है। यादव ने बताया कि दो दिन में विभाग ने शिक्षकों के खाते में राशि जमा नहीं कराई तो 25 अक्टूबर को धनतेरस पर सभी शिक्षक रीगल तिराहे पर भीख मांगेंगे। त्योहार मनाने के लिए भिक्षावृत्ति का प्रदर्शन किया जाएगा।
जल्द मिलेगी राशि
जिला शिक्षा अधिकारी राजेंद्र मकवानी ने बताया कि शिक्षकों की मांग पर कार्रवाई चल रही है। पांचवें वेतनमान की राशि जल्द ही शिक्षकों को मिल जाएगी।