भोपाल। मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड भोपाल ने पिछले साल हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूल की परीक्षाओं में आए निराशाजनक परिणाम के बाद परीक्षा का पूरा पैटर्न बदल दिया है। सीबीएससी की तरह एक नियुक्ति लगाई गई है ताकि ज्यादा से ज्यादा छात्र पास हो सके और टैलेंटेड स्टूडेंट्स अच्छे परसेंटाइल बना सके।
एमपी एजुकेशन बोर्ड का नया परीक्षा पैटर्न
बोर्ड परीक्षाओं के लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल ने अंकों की नई व्यवस्था लागू की है। कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिखित पेपर अब 100 की बजाए 80 नंबर के होंगे और पास होने के लिए 33 की बजाए सिर्फ 27 अंक लाने होंगे। वहीं, हर विषय में 20 अंकों की प्रेक्टिकल परीक्षा होगी।
प्राचार्य को नए पैटर्न के बारे में प्रशिक्षण दिया गया
हालांकि यह बदलाव 2019 की बोर्ड परीक्षा से ही लागू किया गया था, लेकिन इसका सही से प्रचार-प्रसार नहीं हो सका था। इस कारण छात्र इस नए पैटर्न का लाभ नहीं ले पाए थे। इस बार माध्यमिक शिक्षा मंडल ने गंभीरता दिखाई है और प्राचार्यों को नई योजना के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया है। पहले मध्य प्रदेश में 10वीं क्लास में सिर्फ विज्ञान विषय में प्रैक्टिकल होता था, लेकिन अब हिंदी, अंग्रेजी, गणित और सामाजिक विज्ञान के लिए भी प्रैक्टिकल होंगे।
वहीं 12वीं में साइंस, कॉमर्स, आर्ट और होम साइंस के सभी विषयों में भी ये पैटर्न लागू किया गया है। 12वीं में भी छात्रों को हर विषय में 80 अंकों का लिखित पेपर देना होगा जबकि 20 अंकों की प्रैक्टिकल परीक्षा होगी।