ग्वालियर। इंदौर निवासी 35 वर्षीय युवती जो कि मानसिक रुप से कमजोर है, 17 अक्टूबर को इंदौर से ग्वालियर पहुंची थी। चार दिन ग्वालियर में भटकने के बाद रविवार की सुबह रेलवे स्टेशन के सर्कुलेशन एरिया में गश्त कर रहें जीआरपी जवानों को मिली। जीआरपी जवानों को देख युवती ने कहा कि मुझे भूख लगी है जल्द खाना खिलवाओ, युवती की बात सुनकर जीआरपी के जवान युवती को लेकर थाने पहुंचे।
शहर के दैनिक अखबारों में प्रकाशित खबर से पता चला कि मिली युवती इंदौर निवासी स्वाति तिवारी है। इस बात का पता चलते ही जीआरपी ने परिजनों को सूचना दी। सूचना मिलते ही युवती की मां इंदौर से बेटी को लेने के लिए रवाना हो गईं है। पैतीस वर्षीय स्वाति तिवारी पुत्री गणेशदत्त तिवारी उम्र पैसठ साल बैंक से सेवानिवृत्त हैं। उनकी बेटी स्वाति मानसिक रुप से कमजोर है। स्वाति 17 अटूबर को परिजनों को बिना बताए इंदौर रेलवे स्टेशन पहुंची और इंटरसिटी एसप्रेस से ग्वालियर पहुंच गई। दो दिन तक स्वाति शहर की सडक़ों पर घूमती रही।
इंदौर पुलिस से मिली सूचना पर जब ग्वालियर पुलिस ने युवती की तलाश उसके मोबाइल नंबर से की तो स्वाति की आखिरी लोकेशन शहर में स्थित आकाशवाणी तिराहे के पास मिली थी, इसके बाद से ही स्वाति का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया था।