1 प्राचार्य और 4 शिक्षकों पर 5 साल का मूल्यांकन प्रतिबंध लागू

जबलपुर। माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षा में लापरवाही करना एक प्राचार्य और 4 शिक्षकों को महंगा पड़ गया है। माध्यमिक शिक्षा मंडल उपसचिव ने लोक शिक्षण आयुक्त को पत्र लिखकर प्राचार्य व 4 शिक्षकों को मूल्यांकन और परीक्षा कार्य से पूरे 5 साल तक लिए पृथक रखने को कहा है। 

दरअसल माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल द्वारा 3 जुलाई को पूरे प्रदेश में आयोजित कराई 12वीं बोर्ड पूरक परीक्षा में जबलपुर में बड़ी लापरवाही सामने आई थी। यहां परीक्षा केंद्र शासकीय स्कूल ब्योहारबाग परीक्षा केन्द्र में व्यावसायिक अध्ययन विषय के दो छात्राएं और एक छात्र को उनके विषय के विपरीत पेपर थमा दिया गया। दो अलग-अलग कमरों में सामने आई गड़बड़ी के बाद एक कमरे में तत्काल सुधार करा लिया गया था परंतु दूसरे कमरे में बैठे छात्र को अन्य विषय का पेपर ही हल करना पड़ा था।

छात्र की शिकायत पर मंडल ने की कार्रवाई

गलत पेपर हल करने वाले छात्र रोल नंबर 28710096 ने इसकी शिकायत माध्यमिक शिक्षा मंडल तक संभागीय अधिकारी इब्राहिम नंद के माध्यम से पहुंचाई थी। छात्र की शिकायत पर मंडल ने प्राचार्य-शिक्षक और विद्यार्थी को भोपाल बुलाया था। सभी प्रमुख अधिकारियों के सामने विद्यार्थी के बयान हुए और उसकी उत्तरपुस्तिका जांची गई तो उसमें व्यावसायकि अध्ययन के स्थान पर अर्थशास्त्र के उत्तर लिखे पाए गए।

इन पर हुई कार्रवाई

जांच में दोषी पाए जाने पर मंडल सचिव ने केंद्राध्यक्ष डीआर यादव प्राचार्य, एचआर लिखितकर व्याख्याता, रीतू सेन सहायक शिक्षक, आनंदीलाल साहू सहायक शिक्षक, अरविंद कुमार गुप्ता व्याख्याता पर कार्रवाई करते हुए आदेश जारी किए इन सभी को साल 2020 से 2024 तक मंडल के समस्त पारिश्रमिक कार्यों से वंचित रखा जाता है।

कमरा नंबर 6 और 15 में हुई थी गड़बड़ी

ब्योहारबाग स्कूल परीक्षा केन्द्र में 3 जुलाई को 12वीं पूरक के 15 विषयों की परीक्षा आयोजित की गई। परीक्षा में कमरा नंबर 6 में रोल नंबर 297140760, 297140773 की बैठी दो छात्राएं और कमरा नंबर 15 में बैठे रोल नंबर 28710096 व्यावसायिक अध्ययन के एक छात्र को व्यावसायिक अर्थशास्त्र का परचा बांट दिया गया। कमरा नम्बर 6 में बैठी छात्राओं ने परीक्षा शुरू होने के आधे घंटे बाद पर्यवेक्षक को जानकारी दी कि यह पेपर व्यावसायिक अर्थशास्त्र का है जबकि वह अध्ययन विषय की छात्राएं हैं। शिकायत पर दोनों के पेपर बदल दिए गए थे परंतु रोल नंबर 28710096 के छात्र ने इसकी शिकायत नहीं की और उसे अर्थशास्त्र का पेपर ही हल करना पड़ था।

छात्र का भविष्य अंधकार में

परीक्षा आयोजित करा रहे अधिकारियों की लापरवाही के कारण छात्र का भविष्य अंधकार में है। छात्र को परीक्षा में 19 अंक प्राप्त हुए और वह फेल हो गया है। अधिकारियों की गलती का खामियाजा छात्र को भुगतना पड़ रहा है। हैरत की बात है कि मंडल के अधिकारी यह नहीं बता पा रहे हैं कि छात्र के साथ किस तरह से न्याय होगा।

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