इंदौर। एक मेडिकल संचालक की लापरवाही से एसएसपी की बेटी की तबीयत बिगड़ गई। शिकायत के बाद पुलिस ने शुक्रवार को संचालक को थाने बुला लिया और ड्रग विभाग ने जांच बैठा दी। प्रारंभिक जांच में लाइसेंस, रिकॉर्ड में गड़बड़ी की बात सामने आई है।
एसएसपी रुचि वर्धन मिश्र की बेटी नविशा को पेट में गड़बड़ी थी। एसएसपी ने दो दिन पूर्व ड्राइवर को पेट साफ करने की सिरप क्रेनफिन प्लेन लेने भेजा। ड्राइवर गीता भवन स्थित सरोज मेडिकल पर गया और सिरप लेकर आ गया। दवा लेने के बाद बच्ची की तबीयत ज्यादा खराब हो गई और उसे दस्त शुरू हो गए। डॉक्टर से संपर्क किया तो बताया गया कि मेडिकल संचालक ने क्रेनेफिन प्लेन की जगह क्रेनेफिन प्लस दे दी, जो बड़ों के लिए रहती है। नाराज एसएसपी ने पलासिया थाना टीआई को बताया और दवा देने वाले युवक अंकित मूंदड़ा (Ankit Mundra) को थाने बुला लिया। मूंदड़ा ने बताया कि मेडिकल का लाइसेंस कमलचंद के नाम पर है।
पुलिस ने कमल को भी तलब किया और जांच शुरू कर दी। ड्रग इंस्पेक्टर राजेश जिनवाल भी थाने पहुंच गए। टीम मेडिकल स्टोर्स पर पहुंची तो कई अनियमितताएं मिलीं। खरीदी-ब्रिकी का रिकॉर्ड, एक्सपायरी दवाइयां व स्टोरेज की जानकारी भी नहीं थी। जिनवाल के मुताबिक संचालक को दो दिन का समय देकर जानकारी मांगी है।