जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर में साइबर सेल की टीम ने मैट्रीमोनियल साइट JEEVANJODIMATRIMONIAL.COM बनाकर ठगी करने वाले गिरोह के 4 सदस्यों को धर दबोचा है, जिसमें दो युवतियां भी शामिल हैं। आरोप है कि गिरोह के सदस्य लोगों को शादी के नाम पर रजिस्ट्रेशन कराने का झांसा देकर फंसाते और बाद में लड़कियों से बात कराकर लोगों से रुपये ऐंठते थे। छत्तीसगढ़ के राजनादगांव से संचालित होने वाले गिरोह ने मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार और छत्तीसगढ़ के लोगों के साथ ठगी (Fraud) कर लाखों रुपए हड़पे हैं। फिलहाल पुलिस सभी आरोपियों से पूछताछ में जुटी है।
JEEVANSATHI पर रजिस्ट्रेशन कराया था JEEVANJODIMATRIMONIAL.COM से फोन आया
राज्य साइबर सेल को मिली शिकायत के अनुसार जबलपुर के एक युवक ने शादी के लिए जीवन साथी डॉट कॉम पर रजिस्ट्रेशन कराया था। रजिस्ट्रेशन के कुछ महीने बाद जीवन जोड़ी मैट्रीमोनियल से फोन कर आवेदक को शादी करने के लिये जीवन जोड़ी मैट्रीमोनियल साइट पर रजिस्ट्रेशन फीस 5000 रुपये भरवायी गयी और शादी के लिए लड़कियों के फोटोग्राफ्स भेजे गए। युवक को लड़की की फोटो पंसद आई तो जीवन जोड़ी मैट्रीमोनियल द्वारा लड़की का मोबाइल नंबर उसे दे दिया गया।
2018 से संचालित है वेबसाइट
लड़की ने खुद को रीवा निवासी तनुजा ठाकुर बताकर युवक को झांसे में लिया और खुद की जरूरतों को पूरा करने के लिए ठगी कर तकरीबन 6 लाख 50 हजार रुपए विभिन्न खातों पर ट्रांसफर करा लिए। युवक को जब लगा कि उसके साथ ठगी की गई है तो उसने इसकी शिकायत साइबर सेल से की। साइबर सेल की टीम को जांच के दौरान यह जानकारी मिली कि छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव से यह फर्जीवाड़ा संचालित किया जा रहा है। पुलिस ने छत्तीसगढ़ पहुंचकर चारों आरोपियों को एक घर से गिरफ्तार किया। पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि BESTIMATRIMONIAL.COM और जीवन जोड़ी डॉट कॉम के नाम से फर्जी मैट्रीमोनियल ऑफिस का संचालन अक्टूबर 2018 से किया जा रहा था।
अन्य मैट्रीमोनी साइट्स से डाटा लेकर फोन करते थे
पुलिस ने बताया कि चारों आरोपियों ने छत्तीसगढ़, बिहार, उत्तर प्रदेश में भी फर्जी मैट्रोमोनियल साइट का आफिस संचालित कर रखा है। आरोपी अन्य मैट्रीमोनी साइट्स से इच्छुक व्यक्तियों के नाम फोटो और अन्य जानकारी निकालकर उनसे संपर्क कर शादी करने के लिये फर्जी लड़कियों के फोटोग्राफ्स भेजा करते थे। ऑफिस मे काम करने वाली लड़कियां ही शादी के लिए बात कर प्रलोभन देती थी और अलग-अलग खातों में पैसे ट्रांसफर करवाती थीं। सायबर सेल ने इस जालसाजी में इस्तेमाल किए गए मोबाइल, एटीएम कार्ड और धोखाधड़ी कर प्राप्त ठगी की राशि जब्त कर ली है, जबकि इनके अन्य साथियों की तलाश जारी है।