जबलपुर। भोपाल से आई एसटीएफ की टीम दीक्षितपुरा में रात एक प्रॉपर्टी डीलर के घर अचानक पहुँच गई। इस टीम ने प्रॉपर्टी डीलर महेन्द्र पटेल (Property Dealer Mahendra Patel) को जब अपने साथ ले जाने की कोशिश की, तो उसके परिजनों ने विरोध प्रकट किया।
इस दौरान हो हल्ला सुनकर आसपास के लोग भी घर के सामने एकत्र हो गए, लेकिन जब उन्होंने पुलिस की गाडिय़ाँ देखीं तो वे यह पता लगाने की कोशिश करने लगे कि आखिर मामला क्या है। एसटीएफ की टीम ने लोगों से पूछने पर यही कहा कि यह एक बड़ा मामला है, जिसके लिए महेन्द्र पटेल को ले जाया जा रहा है। ढाई वर्ष पहले भी पूर्व मुख्य मंत्री से की गई धोखाधड़ी के मामले में महेन्द्र को पूछताछ के लिए ले जाया गया था।
कुछ लोग इसे हनी ट्रैप से जोडऩे की कोशिश करते पाये गए, लेकिन इसकी पुष्टि एसटीएफ ने फिलहाल नहीं की है। एसटीएफ की टीम ने स्थानीय पुलिस को भी कोई जानकारी नहीं दी है। इस कारण ही लोगों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।
कुछ लोग इसे हनी ट्रैप से जोडऩे की कोशिश करते पाये गए, लेकिन इसकी पुष्टि एसटीएफ ने फिलहाल नहीं की है। एसटीएफ की टीम ने स्थानीय पुलिस को भी कोई जानकारी नहीं दी है। इस कारण ही लोगों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।