भोपाल। मध्य प्रदेश पुलिस का एक ऐसा चेहरा सामने आया है, जिसे देखन के बाद कोई भी पुलिस पर विश्वास करना तो दूर की बात, ईमानदारी की उम्मीद तक नहीं करेगा। शिवपुरी जिले के कोलारस थाना क्षेत्र में एक अधिकारी ने अपनी कार से एक युवक को टक्कर मारी। युवक की मौत हो गई। पब्ल्कि ने अधिकारी को पकड़कर पीटा और पुलिस के हवाले कर दिया लेकिन टीआई सुरेंद्र सिंह सिकरवार ने उसके खिलाफ मामला तक दर्ज नहीं किया। अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
गुना में पदस्थ आदिम जाति कल्याण विभाग के प्रभारी जिला संयाेजक बीके माथुर ने तेज रफ्तार कार ने कोलारस के देहरदा गांव के पास फोरलेन पर राजाराम रघुवंशी (40) को टक्कर मार दी। इससे माैके पर ही उनकी मौत हो गई। हादसे से गुस्साई भीड़ ने कार चला रहे माथुर को पकड़कर पहले मारपीट की फिर उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया। इसके बाद भी कोलारस टीआई सुरेंद्र सिंह सिकरवार ने उऩ्हें बचाने के लिए अज्ञात चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया इसकी भनक लगते ही परिजनाें ने थाने के सामने शव काे रखकर धरना शुरू कर दिया। विधायक वीरेंद्र रघुवंशी भी उऩके साथ बैठ गए।
इसकी खबर लगते ही एसपी राजेश सिंह चंदेल ने टीआई सुरेंद्र सिंह सिकरवार काे तत्काल निलंबित कर दिया। मृतक के परिजन और काेलारस विधायक मामले की ज्यूडिशियल जांच की मांग कर रहे थे लेकिन प्रशासन ने मजिस्ट्रियल जांच कराने काे कहा है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि माथुर गाड़ी चलाते समय माेबाइल फाेन पर बात भी करते आ रहे थे। गाड़ी में उऩके अलावा कोई नहीं था। गाड़ी चलाते वक्त जिला संयोजक मोबाइल पर बात कर रहे थे।