ग्वालियर। भगवान शिव के पुत्र गणेश की स्थापना 3 सितंबर को होगी जिसके लिए मूर्तिकार भगवान गणेश की प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में जुट गए है। भगवान गणेश की विशाल मूर्ति अचलेश्वर महादेव मंदिर पर स्थापित की जाएगी जिसके लिए झांसी से आए कलाकार पिछले 15 दिनों से मूर्तरूप देने में लगे हुए है।
सुबह से रात तक आधा दर्जन शिल्पकार भगवान गणेश की 16 फीट की ऊंची प्रतिमा तैयार मिट्टी से तैयार कर रहे है। मूर्तिकार का कहना है कि प्रतिमा तैयार होने में 12 दिन का समय और लगेगा। देव सोते ही त्योहारों का सिलसिला शुरू हो गया और भाई-बहन का त्योहार रक्षाबंधन खत्म होने के साथ ही गणेश स्थापना की तैयारियां शुरू हो गई है। शहर के प्रसिद्ध अचलेश्वर महादेव मंदिर पर गौरी पुत्र गणेश की विशाल प्रतिमा स्थापित की जाएगी जिसे मंदिर के पास मूर्तिकार मूर्तरूप देने में 1 अगस्त से जुटे हुए है। मूर्तिकार डालचंद प्रजापति का कहना है कि इस विशाल प्रतिमा को तैयार करने में लगभग 12 दिन का समय लगेगा।
चूहा भी विशाल रूप लेगा, रिद्धि-सिद्धि की मूर्ति रखी जाएगी
भगवान गणेश की 16 फीट की प्रतिमा को तैयार होने में 12 दिन का समय लगेगा। झांसी से आए मूर्तिकार डालचंद का कहना है कि मूर्ति लगभग तैयार हो गई है और उस पर कलर किया जाना है। यह कलर प्राकृतिक रंगों का होगा और इसके बाद 2 दिन तक फीनिशिंग की जाएगी जिसमें 4 कलाकारों को और लगाया जाएगा। मूर्ति तैयार होने के साथ भगवान गणेश की सवारी चूहा भी विशाल रूप लेगा। यह चूहा गणेश प्रतिमा के ठीक सामने रहेगा और आसपास रिद्धि-सिद्धि की मूर्ति रखी जाएगी यह भी लगभग 5 फीट की रहेंगी।
अचलेश्वर मंदिर पर हर वर्ष 20 से 22 फीट की प्रतिमा स्थापित की जाती थी, लेकिन इस बार प्रतिमा का आकार छोटा रखा गया है, इसका मुख्य कारण यह है कि विसर्जन के समय प्रतिमा को ले जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता था। और सडक़ें खराब होने के कारण प्रतिमा खंडित होने का भय बना रहता था। प्रशासन ने भी आग्रह किया है कि ज्यादा बड़ी प्रतिमाएं नहीं बनाई जाएं जिसके चलते प्रतिमा का आकार 16 फीट का रखा गया है।