ग्वालियर। चूहे काटने के बाद तबीयत बिगड़ने पर सिकंदर कंपू से आए एक मरीज को कैजुअल्टी से इलाज के लिए कार्डियक यूनिट भेजा गया जहां से उसे न्यूरोलॉजी भेज दिया गया। जब मरीज न्यूरोलॉजी गया तो फिर उसके परिजन से मरीज को कैजुअल्टी ले जाने के लिए कहकर वापस कर दिया। जब मरीज कैजुअल्टी पहुंचा तो वहां मौजूद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिजन का आरोप था कि ढाई घंटे उनके मरीज को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल भेजते रहे लेकिन कहीं भी किसी डॉक्टर ने इलाज नहीं किया, जिसके चलते उनके मरीज की मौत हो गई। यह स्थिति तब थी, जब चिकित्सा शिक्षा विभाग के डिप्टी सेक्रेटरी सोमेश मिश्रा (Somesh Mishra) OPD में निरीक्षण कर रहे थे।
सिकंदर कंपू निवासी विजय कुमार जैन (Vijay Kumar Jain) (53) को रविवार की रात को चूहे ने काट (Mice cut) लिया था। अटेंडेंट से मिली जानकारी के अनुसार, देर रात उनकी तबीयत खराब होने लगी। सोमवार को जब तबीयत अधिक खराब हुई तो परिजन उन्हें इलाज के लिए सुबह 9 बजे जेएएच की कैजुअल्टी लेकर पहुंचे, जहां से डॉक्टर ने मरीज को कार्डियोलॉजी ले जाने के लिए कहा।
कार्डियोलॉजी में जब वे पहुंचे तो डॉक्टर ने उनसे कहा कि मरीज को न्यूरोलॉजी ले जाओ। जब वे न्यूरोलॉजी लेकर मरीज को पहुंचे तो डॉक्टर ने बिना चेकअप किए हुए कह दिया कि इन्हें कैजुअल्टी ले जाओ। जब वे वापस कैजुअल्टी लेकर सुबह करीब 11:30 बजे पहुंचे तो वहां मौजूद डॉक्टर ने मरीज को चेकअप किया और मृत घोषित कर दिया।