भोपाल। पारिवारिक उलझनों से परेशान ट्रेन से कटकर जान देने जा रही महिला डॉक्टर को ट्रैफिक डीएसपी ने वक्त रहते बचा लिया। मर जाऊंगी बोलते हुए वह रेलवे ट्रैक पर लेट गई थी। एक गुमठी वाले की सूचना पर डीएसपी उसके पास पहुंचे तो महिला झूमाझटकी पर उतर आई। अपना हाथ छुड़ाने के फेर में उससे डीएसपी की वर्दी तक फट गई।
काफी जद्दोजहद के बाद आखिरकार डीएसपी ने महिला को ट्रैक से दूर किया और सरकारी वाहन में बिठाकर एमपी नगर थाने ले आए। यहां महिला पुलिसकर्मियों ने महिला की काउंसलिंग की, तब जाकर वह थोड़ी नॉर्मल हुई। ट्रैफिक डीएसपी पराग खरे (Traffic DSP PARAG Khare) ने बताया कि उस वक्त सवा तीन बजे थे। मैं रचना नगर अंडरब्रिज से एमपी नगर तरफ आ रहा था। तभी एक गुमठी वाले ने हाथ देकर गाड़ी रुकवाई और बोला एक महिला रेलवे ट्रैक की ओर गई है। बिलखते हुए कह रही थी- मैं मर जाऊंगी। ये सुनकर मैं ट्रैक की ओर दौड़ा।
देखा कि महिला ट्रैक पर लेटी है। तभी हबीबगंज स्टेशन की ओर से ट्रेन आने की आवाज आई। मैं घबरा गया। उसे ट्रैक से खींचने लगा। जिंदगी से शायद वह बेहद नाराज थी। हाथ छुड़ाने लगी। इस जद्दोजहद में मेरी वर्दी फट गई। उसने हाथ छुड़ाया और भोपाल स्टेशन की ओर भागकर दोबारा ट्रैक पर लेट गई। मैंने फिर उसे खींचकर ट्रैक से दूर किया। इसके 40 सेकंड बाद ही उसी ट्रैक पर ट्रेन आ गई।
डेढ़ साल पहले हुई शादी, अलग रहता है पति
एमपी नगर टीआई मनीष राय के मुताबिक मंडी बामोरा की रहने वाली महिला बीएचएमएस डॉक्टर है। डेढ़ साल पहले उसकी शादी हुई थी, लेकिन पति अलग रहता है। पारिवारिक उलझनों के कारण वह तनाव में थी। थाने में महिला पुलिसकर्मियों की मदद से काउंसलिंग करवाई गई। भाई को बुलाकर महिला को उसके हवाले कर दिया गया है। अब वह नॉर्मल है। फिर भी परामर्श केंद्र में काउंसलिंग करवाई जाएगी।