इंदौर। गंजी कम्पाउण्ड (Ganji Compound) स्थित वो मकान जिसके लिए आकाश विजयवर्गीय की विधायकी और उनके पिता कैलाश विजयवर्गीय की प्रतिष्ठा दांव पर लग गई। नगर निगम उसे गिरा रहा है। आज शुक्रवार सुबह से ही कार्रवाई शुरू हो गई है। मशीनें पहुंच गईं हैं और इस बार कोई नेता आसपास नजर नहीं आ रहा है।
आकाश का दावा था कि मकान जर्जर नहीं है
बताया गया है कि म.प्र. उच्च न्यायालय इंदौर के द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार गुरूवार को इस मकान में रहने वाले परिवार को नगर निगम भूरी टेकरी के फ्लेट में भिजवा दिया था। आकाश विजयवर्गीय का दावा था क यह मकान जर्जर नहीं है और सज्जन सिंह वर्मा इस पर कब्जा करने के लिए नगर निगम के माध्यम से इसे तुड़वा रहे हैं। बताना जरूरी होगा कि नगर निगम में महापौर भी भाजपा की हैं। हाईकोर्ट ने इसे जर्जर माना और तोड़ने के आदेश दिए।
पिछले दिनों जब इंदौर नगर निगम की टीम इस मकान को तोड़ने के लिए पहुंची थी तब भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय ने क्रिकेट बैट से निगम अधिकारी की पिटाई करके कार्रवाई को रोक दिया था। इसके बाद इस भवन में रहने वाले परिवार के द्वारा म.प्र. उच्च न्यायालय में याचिका लगा दी गई, जिसके परिणामस्वरूप नगर निगम ने अपनी कार्रवाई को रोक दिया था।
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अपडेट: नगर निगम ने पूरा भवन जमींदोज कर दिया। यह कार्रवाई 2 घंटे में समाप्त कर ली गई। अब गंजी कंपाउंड में सिर्फ उस मकान का मलवा और उसे बचाने की कहानियां शेष रह गईं हैं।
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