GST माफिया के जाल में फंसे कारोबारी गोविंद अग्रवाल ने सुसाइड कर लिया

इंदौर। Goods and Services Tax यानी वस्तु एवं सेवा कर का डर व्यापारियों में लगातार बना हुआ है। जीएसटी के नियमों की मनमानी व्याख्या करके जीएसटी के अधिकारी/कर्मचारी और सीए व्यापारियों में दहशत पैदा कर रहे हैं और माफिया की तरह GST के प्रकोप से बचाने के लिए प्रोटक्शन मनी की वसूली कर रहे हैं। ऐसे ही एक रैकेट के जाल में फंसे अनाज व्यापारी गोविंद अग्रवाल ने तीसरी मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली।

जीएसटी रेड की वजह से तनाव में थे

पुलिस के अनुसार सूचना मिली थी कि जावरा कंपाउंड के कृष्णा अपार्टमेंट में रहने वाले 48 वर्षीय कर सलाहकार और अनाज व्यापारी गोविंद अग्रवाल ने तीसरी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली है। बेटे ने बताया कि पिता सीढ़ियों से फिसल गए, जिससे उन्हें गंभीर चोट आई थी। इसलिए उन्हें निजी अस्पताल लेकर पहुंचे थे। वे जीएसटी रेड की वजह से काफी तनाव में चल रहे थे। पुलिस के अनुसार प्रारंभिक जांच में दूसरी और तीसरी मंजिल के बीच स्थित खिड़की से कूदकर जान देने का पता चला है। मामले में परिजनों के बयान और जांच चल रही है।

जीएसटी रेड के बाद रुपए मांगे, नहीं दिए तो पूछताछ के बहाने प्रताड़ित किया

भाई संतोष अग्रवाल ने बताया कि पांच-छह दिन पहले जीएसटी टीम ने उनके फर्म पर दबिश दी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि टीम को यह जानकारी इंदौर के दो सीए ने फंसाने के लिए दी थी। इन लोगों ने आठ दिन पहले उनसे रुपए की डिमांड की थी। नहीं देने पर फंसाने की धमकी दी थी। जिसके बाद से ही जीएसटी वाले उन्हें परेशान कर रहे थे। कल देर रात डेढ़ बजे तक पूछताछ के बाद उन्होंने छोड़ा था। मामले निपटाने के लिए इन दोनों ने रुपयों की मांग की थी। आज सुबह भी किसी का कॉल उनके पास आया था। इसके बाद वे सुबह छत पर गए थे, वहां से गिर गए। इसकी जानकारी मुझे मिली थी। 

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