भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक दलित महिला के साथ चलते ट्रक में सामूहिक बलात्कार का मामला सामने आया है। पीड़िता ने बताया कि वो और उसका पति घर जाने के लिए ट्रक में सवार हुए थे। चलते ट्रक में 3 बदमाशों ने उसके साथ गंदी हरकतें कीं। पति को पीटा और ट्रक से उतार दिया। फिर उसके साथ कई बार सामूहिक बलात्कार किया। अप्राकृतिक कृत्य भी किया।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार मूलत: रायसेन निवासी 38 वर्षीय दलित महिला पति और दो जवान बेटों के साथ पुरानी बकानिया के पास रहती है। टीआई उपेंद्र भाटी के मुताबिक सोमवार रात दंपति 11 मील स्थित अनवर के ढाबे पर मछली खा रहे थे। इसके बाद घर जाने के लिए परिचित को फोन किया और उसकी बाइक से गए। बाद में वह उन्हें छोड़कर चला गया। दंपति ने रात करीब 11 बजे एक ट्रक से लिफ्ट ली। इसमें आकाश, शुभम और बिट्टू सवार थे। तीनों ट्रक लेकर पुरानी बकानिया के लिए रवाना हुए। रास्ते में आरोपियों ने महिला के साथ अश्लील हरकत शुरू कर दी। ये देख पति ने विरोध किया तो ट्रक रोककर आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की और ट्रक से नीचे उतार दिया। उसके बाद बदमाशों ने महिला के साथ चलते ट्रक में गैंगरेप किया।
सुबह 4:30 बजे पति पहुंचा थाने:
वारदात के बाद पति अपनी पत्नी को इधर-उधर तलाशता रहा। मंगलवार तड़के करीब 4:30 बजे वह खजूरी सड़क थाने पहुंचा और पुलिस को पूरा वाकया बताया। पुलिस की एक टीम ने इलाके में ट्रक की सर्चिंग शुरू की। सुबह करीब छह बजे महिला ट्रेन से घर पहुंची। ये पता चलते ही पति, पुलिस के साथ घर पहुंचा। यहां पुलिस ने महिला के बयान दर्ज किए तो गैंगरेप का खुलासा हुआ। महिला ने बताया कि आरोपियों ने बैरागढ़ से फंदा के बीच कई जगह ट्रक रोककर उसके साथ ज्यादती और अप्राकृतिक कृत्य किया। इसके बाद आरोपी उसे बैरागढ़ में छोड़ गए।
ट्रक में सोते मिल गया बिट्टू:
टीआई ने बताया कि आरोपियों की तलाश जारी थी। इस बीच उनका ट्रक बैरागढ़ के पास खड़ा मिल गया। बिट्टू ट्रक में सोते हुए पुलिस को मिल गया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने शुभम को भी पास के एक खेत से धर दबोचा, जबकि आकाश को फंदा के पास से पकड़ा गया है। तीनों आरोपी मजदूरी करते हैं। महिला की शिकायत पर पुलिस ने गैंगरेप, बंधक बनाने, मारपीट, धमकाने और एससी-एसटी एक्ट की धाराओं में केस दर्ज किया है।