सीधी। मंगलवार को एक तरफ प्रशासन जनता की जनसुनवाई कर रहा था दूसरी तरफ कलेक्टेट मे संचालित महिला बाल विकास विभाग का बाबू खुलेआम 20 हजार रूपए का रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया गया है। बाबू को रिश्वत लेते रीवा की लोकायुक्त पुलिस ने पकड़ा है। बताया गया है कि आगनवाड़ी कार्यकर्ता की नियुक्ति दिलाने के नाम पर 50 हजार रूपये नगद की मांग की गई थी। 10 हजार पहले ले लिया गया था लेकिन नियुक्ति देने के लिये पूरे रूपये एक साथ मांगे जा रहे थे।
आवेदिका के ससुर लोकायुक्त का सहारा लिया और मंगलवार का दिन नियत कर बीस हजार रूपये देते हुए रंगेहाथ पकड़ाकर एक और भ्रष्टाचार को बेनकाव करा दिया है। ज्ञात हो कि रमोले प्रजापति निवासी गोतरा थाना मझौली के पुत्रवधू का आगनवाड़ी मे नियुक्ति के लिये महिला वाल विकास विभाग के लिपिक दीपनारायण पटेल ने 1 लाख रूपये की रिश्वत मांगा था। 50 हजार मे सौदा तय हुआ और 10 हजार रूपये 20 जुलाई को ले लिया था। फिर एक मुस्त राशि देने का दबाव देने लगा था। तंग आकर रमोले प्रजापति ने लोकायुक्त रीवा मे शिकायत दर्ज करा दी।
मंगलवार 30 जुलाई को रकम देने का समय मुकर्रर कर रिश्वत दिया जा रहा था तभी लोका युक्त 16 सदस्यी टीम ने छापामार कार्यवाही कर लिपिक को रंगेंहाथ धर दबोचा है। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत कार्यवाही की जा रही हैं।