डिंडौरी। लड़की ने स्कूल आते जाते समय एक लड़के को देखा। उसे वो लड़का पसंद आ गया। लड़का भी, लड़की को उसी नजर से देखता था। फिर बाजार में दोनों की मुलाकातें होने लगीं। लड़का चाड़ा गांव था जबकि लड़की सरोझार गांव की। दोनों के बीच प्यार पनपने लगा। बीते रोज लड़की अपने घर से निकली और लड़के घर में धड़धड़ाते हुए घुस गई। दोनों बैगा जाति के थे। अत: परंपरा के अनुसार दोनों का पैठुल विवाह किया गया। लड़की का नाम प्रेमवती और लड़का शिवकुमार है।
जानिए क्या होता है पैठुल विवाह | WHAT IS PETHUL VIVAH
बैगाओं में पैठुल विवाह के बारे में जानकारी देते हुए गांव के बैगा जानकार बताते हैं कि पैठुल विवाह बैगाओं में ऐसा विवाह होता है, जिसमें कुंवारी लड़की अपने पसंदीदा लड़के के घर में घुस जाती है। चाहे वह किसी भी गांव की हो, अपनी पसंद के कुंवारे लड़के के घर में अचानक से दाखिल हो जाती है। लड़की के घर में घुसने के बाद वो लड़के का हाथ पकड़कर उसे अपनाती है।
लड़की के अपनाने के बाद लड़के के परिवार वाले लड़की के घर दो बोतल शराब जो बैगाओं में मिलोनी रिवाज होता है, लेकर जाते हैं। दोनों परिवार में लड़की-लड़के के बारे में चर्चा होती है और बाद में शराब भेंटकर एक दूसरे के परिवार को अपनाया जाता है। इसके बाद बैगा परंपरा के अनुसार गीत संगीत कर, मड़वा घर में गाड़कर दोनों की शादी करा दी जाती है।