छिन्दवाडा (कैलाश विश्वकर्मा)। सरकार द्वारा जारी आदेश में 15 जून को स्कोर कार्ड जनरेट हो जाने का आदेश जारी हुआ है जिसमें पुराने अतिथि शिक्षक चयन में पिछडने की पूरी संभावना है क्योंकि वर्तमान सेमेस्टर प्रणाली में सभी के प्रतिशत अधिक बनते है। जबकि 10 वर्षो से महज 100 रूपये दिहाडी सेवा दे अतिथि शिक्षक पूरानी प्रणाली से अध्ययन किये है।
यदि अतिथि शिक्षक के अनुभव अंक स्कोर कार्ड में नहीं जुडते है तो अधिकांश अतिथि शिक्षक इस सत्र में बाहर हो जायेंगे, वहीं अनुभवी रिटायर शिक्षक को अनुभव के 100 अंक दिये जा रहे है किन्तु अतिथि शिक्षक को अनुभव के नाम पर सिर्फ जिल्लत मिली जबकि सरकार द्वारा कर्इ बार घोषणा की जा चुकी है। और वर्तमान समय में अतिथि शिक्षकों को अनुभव प्रमाण पत्र जारी करने की प्रक्रिया भी प्रारंभ है जिससे सभी अतिथि का कार्यअनुभव प्रमाण पत्र के आधार पर बोनस अंक जोडे जा सकते है,
वर्तमान प्रणाली में अतिथि शिक्षक का स्कोर कार्ड 300 अंक का है जिसमें 100 अंक योग्यता के 100 अंक प्रशिक्षण योग्यता के एवं 100 अंक रिटायर शिक्षक के अनुभव के दिये जा रहे है किन्तु विगत 10 वर्षों से कार्यरत अतिथि शिक्षकों को अनुभव के नाम पर सिर्फ घोषणा मिली है यदि अतिथि शिक्षकों को भी प्रतिवर्ष कार्यअनुभव के 10 अंक के हिसाब से अधिकतम 10 वर्षो के 100 अंक दिये जाये तो पुराने अनिुभवी अतिथि शिक्षकों को भी नुकसार नहीं हेागा और सरकार की मंशा भी पूरी हो जायेगी।
अतिथि शिक्षकों ने समय समय पर आंदोलन भी किये पर सरकार ने तीन साल से सेवा दे रहे अतिथि शिक्षकों को 25 प्रतिशत आरक्षण देने की घोषणा की जो महज उंट के मुंह में जीरा है आरक्षण के साथ अतिथि शिक्षकों को प्रतिवर्ष बोनस अंक भी मिलने चाहिये और सभी वर्गो में मिलने चाहिये जिससे अनुभवी शिक्षक सरकार को मिलेंगे और शिक्षण प्रशिक्षण में भी सरकार को कम खर्च करना पडेगा। किन्तु वर्तमान समय में सरकार ने अतिथि शिक्षक के पदों की जो संरचना तैयार की है उसमें अनुभवी अतिथि शिक्षक को नियुक्ति दी जाये।