जबलपुर। अपराध पीड़ित महिलाओं की एफआईआर दर्ज होते समय सीएसपी या एसडीओपी थाने में मौजूद रहें। उनके सामने एफआईआर दर्ज कराई जाए ताकि घटनाक्रम से जुड़ा कोई भी पहलू छूटने न पाए। अधीनस्थों के साथ शनिवार शाम हुई बैठक में उक्त निर्देश पुलिस महानिरीक्षक विवेक शर्मा ने दिए।
उन्होंने कहा कि महिला संबंधी अपराध घटित होने पर राजपत्रित पुलिस अधिकारी बिना देर किए थाने पहुंचे और पीड़ित से पूछताछ करते हुए अपनी उपस्थिति में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराएं। एफआईआर में घटना से जुड़े सभी पहलुओं को समाहित किया जाए। पुलिस कंट्रोल रूम में हुई बैठक में डीआईजी भगवत सिंह चौहान, एसपी अमित सिंह, एएसपी राजेश त्रिपाठी, डॉ. संजीव उइके, अमृत मीणा, शिवेश सिंह बघेल समेत जिलेभर के राजपत्रित पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।
नहीं रहती गंभीर घटना की जानकारी-
आईजी शर्मा ने कहा कि प्राय: देखा जा रहा है कि गंभीर घटना की जानकारी भी सीएसपी व एसडीओपी स्तर के अधिकारियों को नहीं रहती। प्रत्येक गंभीर घटना की जानकारी राजपत्रित अधिकारी को होना चाहिए। राजपत्रित अधिकारी जघन्य सनसनीखेज अपराधों की लगातार मानीटरिंग करते हुए अपराधियों को सजा दिलाने में भूमिका का निर्वहन करें।