ग्वालियर। शहर में जिला अस्पताल मुरार को छोड़कर कहीं भी थायराइड टेस्ट की मशीन (Thyroid test machine) नहीं है। गजराराजा मेडिकल कॉलेज (Garajaraja Medical College) को दान में थायराइड टेस्ट की मशीन मिलने के बाद उम्मीद थी कि मरीजों को राहत मिल जाएगी, मगर दो माह गुजरने के बाद भी अब तक मशीन शुरू नहीं हो सकी है। कभी ट्रेनिंग तो कभी किट न होने के कारण जांच शुरू नहीं हो सकी। लेकिन अब डॉक्टर अवकाश पर हैं, इसलिए मरीजों को कुछ समय और निजी सेंटर पर टेस्ट कराना होगा।
जयारोग्य अस्पताल (Jayarogya hospital) में थायराइड के मरीजों का चेकअप तो हो जाता है, लेकिन जांच नहीं होती है। इसलिए मरीजों को जांच के बाद पैसे खर्च करके निजी सेन्टर पर टेस्ट कराना पड़ता था। करीब दो माह पहले गजराराजा मेडिकल कॉलेज को थायराइड टेस्ट की मशीन दान में मिली थी। इसके बाद डॉक्टरों की ट्रेनिंग नहीं होने के कारण मशीन काफी समय तक रखी रही, जब ट्रेनिंग हो गई तो किट की समस्या खड़ी हो गई। मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. भरत जैन ने किट की खरीदी के लिए एक समिति का गठन कर दिया। अब किट भी आ चुकी है, लेकिन जिस डॉक्टर ने ट्रेनिंग ली, उनके अवकाश पर होने के कारण करीब 15 दिन से मशीन शुरू नहीं हो सकी है। इसके चलते जो मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं, उनको जेएएच में मशीन होते हुए भी बाहर से जांच कराना पड़ रही है।
जिला अस्पताल में भी एक दिन जांचः कुछ समय में थायराइड के मरीज तेजी से बढ़े हैं। जबकि जिले में केवल जिला अस्पताल मुरार में ही थायराइड जांच का इंतजाम है। यहां भी हफ्ते में केवल शनिवार को ही टेस्ट होते हैं। ऐसे में मरीज यदि सोमवार को डॉक्टर को दिखाता है तो जांच के लिए उसको शनिवार का इंतजार करना पड़ता है। विधायक मुन्नाालाल गोयल ने भी इसको लेकर नाराजगी जताई थी, मगर अब तक रोज जांच शुरू नहीं हो सकी है।
वर्जन
डॉक्टर की ट्रेनिंग हो चुकी है, किट भी खरीद ली है। डॉक्टर के अवकाश से आते ही जांचे शुरू करा देंगे। शुल्क का निर्णय कार्यकारिणी की बैठक में होगा, क्योंकि किट खरीदने के लिए राशि की जरूरत तो पड़ेगी। हालांकि तब तक हम निशुल्क ही जांच शुरू कराएंगे। डॉ. भरत जैन, डीन जीआर मेडिकल कॉलेज