भोपाल। मध्यप्रदेश में ईमानदारी और पारदर्शिता के नाम पर हुए 3000 करोड़ के e-TENDER SCAM की जांच जारी है। पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा के 2 नजदीकी अधिकारी ईओडब्ल्यू के सवालों के जाल में फंस गए लगते हैं। खबर आ रही है कि दोनों को जल्द ही गिरफ्तार किया जा सकता है। बता दें कि इस मामले में ईओडब्ल्यू फिलहाल छोटी मछलियों को पकड़ रही है, शायद मगरमच्छ के लिए पक्का जाल बुन रही है।
खबर आ रही है कि 3000 हजार करोड़ के ई टेंडर घोटाला में पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा के करीबी निज सहायक निर्मल अवस्थी और वीरेंद्र पांडे की कभी भी गिरफ्तारी हो सकती है। डीजी EOW के एन तिवारी ने ऐसे संकेत दिए हैं। डीजी के मुताबिक निर्मल अवस्थी और वीरेंद्र पांडे से लगातार पूछताछ की जा रही है। हालांकि उन्होंने बताया कि अभी तक की जांच में किसी अन्य ब्यूरोक्रेट और राजनेता की भूमिका सामने नहीं आई है।
डीजी EOW के एन तिवारी ने बताया कि इस केस में अब तक गिरफ्तार किए गए पांच आरोपियों की जमानत याचिका हाईकोर्ट खारिज कर चुका है। दस जुलाई तक इन सभी आरोपियों के खिलाफ चालान पेश किया जाएगा। नरोत्तम मिश्रा के निज सहायक निर्मल अवस्थी और वीरेंद्र पांडेय से EOW दूसरी बार पूछताछ कर रहा है। इससे पहले उनसे दो दिन तक पूछताछ की गयी थी। दोनों पर टेंडर लेने वाली कंपनिया और ऑस्मो आईटी सॉल्यूशन के साथ सांठगांठ का आरोप है।