नई दिल्ली। राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष पद से अपने इस्तीफे पर अड़ गए हैं। हालांकि कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) ने राहुल के अध्यक्ष पद से इस्तीफे का प्रस्ताव स्वीकार करने से साफ इनकार कर दिया है, लेकिन राहुल गांधी वापस पद पर लौटने के लिए तैयार ही नहीं हैं।
राहुल गांधी से मिलकर आए असम के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता तरुण गोगोई ने कहा कि राहुल नए पार्टी अध्यक्ष की मदद के लिए तैयार हैं। गोगोई ने बताया कि राहुल भाजपा, नरेंद्र मोदी और संघ के खिलाफ विचारधारा की लड़ाई जारी रखेंगे। गोगोई ने कहा- हम चाहते हैं कि राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में कार्य करते रहें। मगर राहुल अब अध्यक्ष के तौर पर काम नहीं करना चाहते। वैसे कांग्रेस की वर्किंग कमेटी के सदस्यों ने कहा है कि वे राहुल का इस्तीफा स्वीकार नहीं करेंगे। असम कांग्रेस कमेटी के सदस्यों ने भी राहुल से कहा कि अपना इस्तीफा वापस लें मगर उन्होंने ऐसा नहीं किया।
लोकतंत्र में मजबूत विपक्ष की भी जरूरत: गोगोई
गोगोई ने कहा,‘‘लोकतंत्र में मजबूत विपक्ष की जरूरत होती है। राहुल की गैर-मौजूदगी में मजबूत विपक्ष कौन बनेगा? केवल एक पार्टी है कांग्रेस। राहुल में वह काबिलियत है, जो इन हालातों में पार्टी का नेतृत्व करे।''
राहुल ने दिया एक अध्यक्ष और दो उपाध्यक्षों का सुझाव
न्यूज एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, राहुल ने पार्टी में अध्यक्ष मंडल बनाए जाने का सुझाव रखा है। पार्टी में एक कार्यकारी अध्यक्ष, दो या उससे ज्यादा कार्यकारी उपाध्यक्षों का अध्यक्ष मंडल बनाया जा सकता है। अंतरिम कार्यकारी अध्यक्ष की दौड़ में कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया और केके वेणुगोपाल के नाम आगे हैं।