भोपाल। कांग्रेस ने चुनाव आयोग से जन अभियान परिषद के लोगों को चुनाव कार्य से हटाने का आग्रह मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वी.एल. कांताराव से की है। मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने शिकायत की है कि मध्यप्रदेश जनअभियान परिषद के कुछ संभागीय समन्वयक, जिला समन्वयक और ब्लाक समन्वयक चुनाव आचार संहिता के दौरान अभी भी राजनैतिक गतिविधियों में संलग्न है।
परिषद के निदेशक प्रशासन बी.पी. सिंह ने विगत 30 अप्रैल को इन सभी समन्वयकों को राजनैतिक गतिविधियों में शामिल न होने के निर्देश जारी किये हैं। निर्देशों में स्पष्ट उल्लेख है कि कुछ कर्मचारियों के विरूद्ध राजनैतिक गतिविधियों में संलिप्त होने संबंधी शिकायतें प्राप्त हो रही हैं। यह भी निर्देशित किया गया है कि आदर्श आचार संहिता में उचित आचरण का पालन करें। किसी भी राजनैतिक गतिविधियों में सम्मिलित न हों। राजनैतिक गतिविधियों में संलिप्त पाये जाने वाले कर्मचारी के विरूद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी।
गुप्ता ने शिकायत में लिखा है कि इन निर्देशों से यह बात तो स्पष्ट हो जाती है कि जन अभियान परिषद के कुछ समन्वयक अभी भी दल विशेष को राजनैतिक लाभ पहुंचाने की गतिविधियों में संलग्न हैं। जिनके खिलाफ परिषद को शिकायतें मिली हैं, वे समन्वयक कौन हैं, इसक उल्लेख निर्देशों में नहीं है।
विगत विधानसभा चुनाव के समय भी कांगे्रस ने जन अभियान परिषद के कर्मचारियों द्वारा भाजपा के पक्ष में कार्य किये जाने की सप्रमाण विस्तृत शिकायत की थी। कुछ लोगों पर कार्यवाही भी हुई। पूर्व अनुभव के आधार पर जिला निर्वाचन अधिकारियों को ऐसे संदिग्ध लोगों की ड्यूटी लोकसभा चुनाव में नहीं लगानी चाहिये थी और उन पर घोर निगरानी रखनी चाहिये थी।
कांगे्रस ने यह शिकायत करते हुए आश्चर्य व्यक्त किया है कि इस सबके बावजूद परिषद के कर्मचारियों की ड्यूटी चुनाव संबंधी कार्यों में क्यों लगायी जा रही है? जिला निर्वाचन अधिकारी भोपाल द्वारा परिषद के जिन 14 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है, उनकी सूची सुलभ संदर्भ के लिये संलग्न है। पूर्व के अनुभव के आधार पर इनके द्वारा मतदाताओं को प्रभावित करने की पूरी-पूरी संभावना हैं।
कांग्रेस ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से आग्रह है किया कि चुनाव की निष्पक्षता को देखते हुए इस संवेदनशील मुद्दे पर आप व्यक्तिगत रूचि लेकर भोपाल के जिला निर्वाचन अधिकारी को निर्देश दें कि वे जन अभियान परिषद के कर्मचारियों की संदिग्ध गतिविधियों को देखते हुए चुनाव ड्यूटी से तत्काल प्रभाव से हटायें। साथ ही अन्य जिला निर्वाचन अधिकारियों को भी निर्देशित करें कि जन अभियान परिषद के लोगों की ड्यूटी यदि चुनाव कार्य में लगायी गयी है तो उन्हें तत्काल हटायें। साथ ही उनकी संभावित संदिग्ध गतिविधियों को रोकने के लिये उन पर कड़ी निगरानी रखी जाये और उन्हें कलेक्टर कार्यालय में चुनाव कार्य पूरा होने तक अटैच किया जाकर, उन्होंने दिनभर क्या किया, इसकी जानकारी रोज एकत्र की जाये।