भोपाल। RKDF UNIVERSITY की पंच लाइन है MOVING TOWARDS A BETTER TOMOR लेकिन इसके अंदर कुछ और ही हो रहा है। बीएससी एग्रीकल्चर के 200 से अधिक छात्रों ने सोमवार को हंगामा कर दिया। उनका कहना था कि विश्वविद्यालय बिना एप्रूवल के बीएससी एग्रीकल्चर और बीटेक एग्रीकल्चर डिग्री की पढ़ाई करा रहा है।
बता दें कि इस कोर्स को संचालित करने के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद से एप्रूवल लेना पड़ता है। छात्रों का आरोप है कि अंतिम वर्ष के छात्र जेईई और जेआरएफ एग्जाम में शामिल नहीं हो पा रहे हैं। जेईई के माध्यम से जवाहरलाल नेहरू कृषि विवि जबलपुर और राजमाता कृषि विवि ग्वालियर में संचालित पीजी कोर्स में एडमिशन मिलता है। वहीं जेआरएफ के माध्यम से सेंट्रल यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिलता है, लेकिन एप्रूवल नहीं होने के कारण छात्र परीक्षा में शामिल नहीं हो पा रहे हैं। इस कारण उन्हें एडमिशन नहीं मिल सकेगा। वहीं, विवि का कहना है कि कोर्स एप्रूवल के साथ ही संचालित किए जा रहे हैं।
छात्रों का कहना है कि जेआरएफ परीक्षा के फॉर्म भरने का अंतिम दिन मंगलवार था। इसी तरह जेईई का फॉर्म भरने की अंतिम तारीख 15 मई है। फॉर्म नहीं भर पाने से नाराज छात्रों ने जमकर हंगामा किया। छात्र अपनी समस्या को लेकर पहले एचओडी शशि सिंह से मिले, लेकिन कोई हल निकलता नहीं दिख तो रजिस्ट्रार बीएन सिंह और कुलपति प्राे. वीके सेठी से भी मिले। इस दौरान छात्रों ने विवि की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि वे हर सेमेस्टर की फीस जमा कर रहे हैं, लेकिन एप्रूवल का पूछते हैं तो सकारात्मक जवाब नहीं मिलता। इस हंगामे के बाद कुलपति ने 6 मई तक जवाब देने का कहा है। इसके चलते छात्रों ने इस तारीख तक कक्षाओं में नहीं जाकर विरोध करने का निर्णय लिया है।
छात्र बोले- वेबसाइट पर गलत जानकारी की अपलोड
हंगामे के दौरान छात्रों ने आरोप लगाया कि कि विवि ने अपनी वेबसाइट पर एप्रूवल के नाम पर गलत पत्र अपलोड कर रखा है। यह पत्र एप्रूवल मिलने का नहीं है। इसमें सिर्फ कोर्स शुरू करने की मंजूरी का जिक्र है, लेकिन कोर्स शुरू करने के बाद विवि को मापदंड पूरे करने होते हैं जोकि विवि ने नहीं किए। इसके कारण एप्रूवल नहीं मिला।