इंदौर। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) सिमरोल से पीएचडी कर रही जिंद हरियाणा की रहने वाली एक छात्रा ने खुद को कमरे में बंद किया। हाथ की नस काट ली। फिर नींद की गोलियां खाईं। फिर फांसी का फंदा बनाया और दोस्तों को फोटो/वीडियो मैसेज किए। इससे पहले कि वो फंदे पर झूल पाती, पड़ौसी आ गए और उसे बचा लिया गया।
घटना तेजाजी नगर थाना क्षेत्र स्थित सिल्वर स्प्रिंग फेज-1 स्थित फ्लैट की है। जिंद (हरियाणा) निवासी 26 वर्षीय मंजू पिता सुरेश भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) सिमरोल में पीएचडी कर रही है। वह कुछ दिन पूर्व परिजन से मिलने जिंद गई थी और बुधवार को इंदौर लौटी। गुरुवार दोपहर जैेसे ही दोस्तों को घटना पता चली, वे उसे कॉल करने लगे। कॉल अटैंड नहीं करने पर कॉलोनी में रहने वाली एक योगा टीचर फ्लैट पर पहुंची। लोगों की मदद से दरवाजा खुलवाया और छात्रा को फांसी लगाने से रोका। इसके बाद उसे विजय नगर स्थित निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। स्थिति में सुधार होने के बाद छात्रा को बॉम्बे अस्पताल रेफर कर दिया गया।
पुलिस पहुंची तो कहा गलती से कट गया हाथ
शुक्रवार शाम हेड कॉन्स्टेबल मनोज दुबे बयान लेने पहुंचे तो छात्रा ने कहा उसने आत्महत्या का प्रयास नहीं किया था। उसका ब्लड प्रेशर कम रहता है। वह गोलियां खाती है। गुरुवार को भी उसने गोलियां खाईं और पेंसिल छीलने लगी। गलती से उसका हाथ कट गया और उसके बाद क्या हुआ, कुछ पता नहीं है। टीआई नीरज मेढ़ा के मुताबिक दोस्त और परिजन के बयान लिए जाएंगे। घटना के कारणों की जांच की जा रही है।
सीनियर से करती है प्रेम
छात्रा के परिचितों ने बताया कि मंजू का पुणे निवासी मयंक से प्रेम प्रसंग चल रहा है। मयंक उसका सीनियर रहा है। वह उससे शादी करना चाहती है। जिंद में रहने वाले मंजू के माता-पिता इस रिश्ते के लिए राजी हैं लेकिन मौसा-मौसी विरोध कर रहे हैं। मंजू को बचपन से ही उसके मौसा-मौसी ने पाला है इसलिए परिवार में उनकी रजामंदी काफी मायने रखती है। संभवतः इसी तनाव में उसने यह कदम उठाया। हालांकि मंजू ने फिलहाल इस प्रसंग पर कोई बयान नहीं दिया है।