ग्वालियर। घर की चार दीवारी में भी लड़कियां सुरक्षित नहीं होतीं। भारतीय संस्कारों में बुआ का बेटा भाई माना जाता है जो बहन की रक्षा करे, लेकिन यहां 12वीं की छात्रा ने अपने भाई की यौन प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली। उसने 3 पेज के सुसाइड नोट में पूरी कहानी लिखी है।
घटनाक्रम क्या है
थाटीपुर टीआई यशवंत गोयल ने बताया कि शव की शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में छात्रा के साथ याैन प्रताड़ना की पुष्टि हुई है। परिजनों के बयान और पीएम रिपोर्ट का इंतजार है। थाटीपुर स्थित कुबेर आश्रम के पास रहने वाली 18 वर्षीय कक्षा 12वीं की छात्रा के पिता और मां सोमवार को किसी काम से मुरैना गए थे। घर पर बेटी अकेली थी। इसी दौरान उसने अपने कमरे मेें जाकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जब छात्रा का छोटा भाई स्कूल से लौटा तो घटना का पता चला। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस को छात्रा के कमरे में एक डायरी मिली। जिसमें तीन अलग-अलग पन्नों पर छात्रा का लिखा सुसाइड नोट मिला है।
कक्षा 7वीं से कर रहा था प्रताड़ित, रोका तो दी धमकी
पुलिस ने बताया कि सुसाइड नोट में छात्रा ने ज्यादती होने का जिक्र किया है। उसने सुसाइड नोट में लिखा है, उसकी बुआ का बेटा अजय उसके साथ कक्षा 7वीं से ज्यादती कर रहा था। मैं बहुत डिप्रेशन में हूं और जीना मुश्किल हो गया है, इसलिए जान दे रही हूं। बताया जा रहा है कि अजय की प्रताड़नाएं लगातार बढ़ रहीं थीं। बुआ का बेटा होने के कारण वो बेधड़क घर में आता था।
छात्रा ने घरवालों को भी बताया था परंतु....
छात्रा ने इस बारे में अपने परिवारजनों को भी बताया था परंतु सख्त कदम उठाने के बजाए उन्होंने टालने वाला रवैया अपनाया। छात्रा के पिता ने स्वीकार किया कि पांच दिन पहले ही उन्हें पता लगा था कि उनकी बेटी को अजय प्रताड़ित कर रहा था। इसके बाद अजय का घर में आना-जाना बंद करा दिया था। इस पर बेटी को दिलासा भी दी थी कि परीक्षा खत्म होते ही थाने में शिकायत करेंगे। उन्होंने बताया कि वह इतने डिप्रेशन में थी कि उसका पेपर भी बिगड़ गया था।