भोपाल। मध्यप्रदेश के चुनावों में 'कर्मचारी' अक्सर मुद्दा होते हैं। अब तक 'कर्मचारी' वोटबैंक बनकर सामने आते थे और पार्टियों पर दवाब बनाते थे परंतु लोकसभा चुनाव 2019 में पार्टियां 'कर्मचारी' पर हावी हो रहीं हैं। भाजपा नेता गोपाल भार्गव 'औकात' दिखाने का ऐलान कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर को 'तेरा क्या होगा' कहा है। अब कमलनाथ सरकार के कैबिनेट मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कह डाला कि 'कर्मचारी 15 साल से मलाई खा रहे थे'।
ट्रांसफर जरूरी था फिर भी सरकार से एक गलती हो गई
कैबिनेट मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि जो कर्मचारी 15 साल से मलाई खा रहे थे उनका ट्रांसफर करना जरूरी था। फिर भी सरकार से एक गलती हो गई थी कि बिजली विभाग में ट्रांसफर नहीं किए। उसका परिणाम अब सामने आ रहा है। जिसकी वजह से करीब साढ़े चार सौ लोगों को सस्पेंड करना पड़ा।
साध्वी ने वस्त्र भगवा लेकिन मन काला है
सज्जन सिंह वर्मा ने कहा जब भी चुनाव आते हैं बीजेपी राम के नाम पर राजनीति करती है। इस दौरान उन्होंने भोपाल से कांग्रेस पत्याशी दिग्विजय सिंह के खिलाफ मैदान में उतरी बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि साध्वी ने भगवा वस्त्र भले ही धारण कर लिए हों, लेकिन उनका मन फिर भी काला है।
कहां बयान दिया, कौन कौन उपस्थित थे
बता दे कि कैबिनेट मंत्री सज्जन सिंह वर्मा इंदौर में कांग्रेस के चुनावी कार्यालय के शुभारंभ के मौके पर पहुंचे थे। इस कार्यक्रम में उनके अलावा तुलसी सिलावट, बाला बच्चन और जीतू पटवारी भी मौजूद थे। कांग्रेस के लोकसभा चुनाव के कार्यालय के उद्घाटन पर ये बड़ा कार्यक्रम रखा गया था. जिसमें 10 हजार लोगों को आमंत्रित किया गया था।