VIDISHA: मुकेश टंडन के नजदीकी BJP नेता डॉक्टर पीयूष सक्सेना गिरफ्तार | MP NEWS

भोपाल। सीएम शिवराज सिंह के विदिशा में राइडहेंड एवं विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी मुकेश टंडन के नजदीकी डॉक्टर पीयूष सक्सेना को 15 दिन बाद सिविल लाइन पुलिस ने भोपाल से गिरफ्तार कर लिया है। डॉक्टर पीयूष पर नाबालिग लड़की से रेप का आरोप लगा है।

पीयूष बीजेपी की मीडिया सेल का काम देखते थे। इनकी पत्नी भाजपा से पार्षद हैं। चुनाव प्रचार के बीच यह मामला दर्ज किया गया। इसके बाद भाजपा ने इन्हे निष्कासित कर दिया था। आरोपी डॉक्टर का विदिशा में शांता स्मृति नाम से फ्रैक्चर हाॅस्पिटल है। उसकी गिनती जिले के बड़े भाजपा नेताओं में होती है। दुष्कर्म का मामला दर्ज होने के बाद भाजपा ने उसे पार्टी से निकला दिया था। मुखबिर की सूचना के बाद विदिशा पुलिस ने मंगलवार को सुबह करीब 9 बजे भोपाल के शाहजहांनाबाद क्षेत्र में एक चाय-नाश्ते की दुकान से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने डॉक्टर को 24 घंटे के लिए रिमांड पर लिया है।

हो गया था फरार: पासपोर्ट निरस्त, बैंक खाते सीज
सिविल लाइंस थाना पुलिस ने 17 नवंबर को उसके खिलाफ एक युवती की शिकायत पर दुष्कर्म, पास्को एक्ट और आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया था। इसके बाद से ही डॉक्टर विदिशा से फरार हो गया था और पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई थी। फरार डॉक्टर को गिरफ्तार करने अथवा सरेंडर कराने के लिए पुलिस डा.पीयूष सक्सेना के बैंक खाते सीज करवा चुकी थी। इसके अलावा उसका पासपोर्ट भी निरस्त कर दिया गया था। अब उसकी अचल संपत्ति कुर्क करने की तैयारी चल रही थी। 

जिस मोबाइल में अश्लील फोटो थे उसे जब्त नहीं किया जा सका
सिविल लाइंस थाना टीआई निरंजन शर्मा ने बताया कि मंगलवार को सुबह करीब 9 बजे जब पुलिस टीम ने डॉक्टर को गिरफ्तार किया तो उस समय उसके पास मोबाइल सेट मौजूद नहीं था। इस मामले में पुलिस पूछताछ में डॉक्टर ने बताया है कि उसका मोबाइल कहीं गिर गया है। उसके पास मोबाइल नहीं है। गौरतलब है कि डॉक्टर ने अपने मोबाइल से यौन शोषण से पीड़ित युवती को अश्लील फोटो भी भेजे थे। 

पुलिस को चकमा देने के लिए बदला था हुलिया : 
फरार डॉक्टर को गिरफ्तार करने की जानकारी मिलते ही मंगलवार को दोपहर बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी सिविल लाइंस थाने पहुंच गए थे। यहां डाक्टर से पूछताछ चल रही थी। पुलिस को चकमा देने के लिए उसने अपना हुलिया बदल लिया था। उसकी दाढ़ी काफी बढ़ी हुई थी। सिर मे कैप लगी हुई थी। इस कारण उसे आसानी से पहचानना मुश्किल हो रहा था। 

डॉक्टर को पकड़ने पुलिस भोपाल में कर रही थी सर्चिंग : 
सिविल लाइंस थाना प्रभारी निरंजन शर्मा ने बताया कि फरार डॉक्टर को पकड़ने के लिए भोपाल में पुलिस लगातार सर्चिंग कर रही थी। इसके लिए भोपाल में मुखबिरों का जाल फैलाया गया था। 3 पुलिस अधिकारियों की टीम भी बनाई गई थी। इसमें एसआई अनूप नामदेव, एसआई रचना मिश्रा और हेड कांस्टेबल अनिल तोमर आदि शामिल हैं। मंगलवार को सुबह करीब 9 बजे पुलिस टीम को मुखबिर ने सूचना दी थी कि फरार डाक्टर भोपाल के शाहजहांनाबाद में एक चाय-नाश्ते की गुमठी के पास बैठा हुआ है। इस सूचना पर पुलिस ने तत्काल डाॅ.पीयूष सक्सेना की घेराबंदी कर उसे हिरासत में ले लिया। 

हाॅस्पिटल में लगे हैं ताले और परिवार भी है लापता : 
शहर के शेरपुरा स्थित डा.पीयूष सक्सेना के शांता फ्रेक्चर हास्पिटल और घर में ताले लगे हुए हैं। उसका पूरा परिवार विदिशा से गायब है। डा.सक्सेना की पत्नी रुचि सक्सेना नगरपालिका की पार्षद हैं। डॉक्टर पर यौन शोषण का प्रकरण दर्ज होने के बाद भाजपा ने डा.पीयूष सक्सेना को पार्टी से निष्कासित कर कर दिया था। इस मामले में टीआई निरंजन शर्मा का कहना है कि डाक्टर का परिवार संभवत: भोपाल में कहीं रह रहा है। छापामारी के दौरान घर में केवल एक छोटा बच्चा मिला था। अन्य परिजन अभी सामने नहीं आए हैं। 

दुष्कर्म में 7 साल व पास्को एक्ट में हो सकता है आजीवन कारावास
दुष्कर्म और पास्को एक्ट में आरोपी की जमानत खारिज भी हो सकती है। इसके अलावा धारा 376 दुष्कर्म के मामले में 7 साल तक की सजा हो सकती है। परिस्थितियों की गंभीरता को देखते हुए 10 साल तक की सजा भी हो सकती है। इसके अलावा आर्थिक जुर्माना अलग से हो सकता है। इसके अलावा पास्को एक्ट की धारा 3/4 कुकर्म के मामले में 7 साल की सजा के साथ उम्रकैद तक की सजा हो सकती है। आर्थिक जुर्माना भी किया जा सकता है। अश्लील फोटो भेजने के मामले में आईटी एक्ट की धारा में 5 साल तक की सजा और 10 लाख तक के आर्थिक जुर्माने का प्रावधान है।

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