MP: नोटा ने भाजपा को सत्ता से बेदखल किया, पढ़िए कैसे | POLITICAL NEWS

भोपाल। मध्यप्रदेश में BJP को 41.0% प्रतिशत वोट मिले हैं। इनका कुल योग 1.56 करोड़ से अधिक है जबकि INC को 40.9% वोट मिले हैं और इनका कुल योग 1.55 करोड़ से ज्यादा है। इस नजरिए से देखा जाए तो जनादेश भाजपा को मिला है परंतु सरकार कांग्रेस बनाएगी क्योंकि विजयी विधायकों की संख्या कांग्रेस के पास है। यह बताने की जरूरत नहीं कि चुनाव से पहले एससी एसटी एक्ट में संशोधन के कारण मप्र में भारी विरोध हुआ और सोशल मीडिया पर नोटा को वोट देने के लिए अभियान चल पड़ा। 

NOTA ने सिर्फ BJP को नुक्सान पहुंचाया 


यह बताने की जरूरत नहीं कि नोटा ने सिर्फ भाजपा को नुक्सान पहुंचाया क्योंकि भाजपा ही सत्ता में थी और ऐसे लोग जो कांग्रेस को चुनना नहीं चाहते थे व भाजपा से नाराज थे, ने नोटा दबाया। भाजपा के नेताओं को भी यह मालूम था कि नोटा उनको नुक्सान पहुंचाएगा इसलिए भाजपा नेताओं ने लोगों को नोटा के बजाए भाजपा पर वोट के लिए राजी करने का प्रयास किया। यह काफी हद तक सफल भी रहा लेकिन अब लगता है कि यदि जरा का प्रयास और कर लिया जाता तो 116 सीटों का जादुईं आंकड़ा भाजपा के पास होगा। फिलहाल भाजपा के पास सिर्फ 109 सीटें हैं और नोटा ने उसे 7 सीटों पर हराया है। यदि ये 7 भाजपा को मिल जातीं तो वो सत्ता में होती। 

ये हैं वो सात सीटें, जिनके कारण भाजपा सत्ता में नहीं आ पाई


ग्वालियर दक्षिण: भाजपा यहां मात्र 121 वोट से हार गई। कांग्रेस के प्रत्याशी प्रवीण पाठक ने जीत दर्ज की। यहां से समीक्षा गुप्ता ने बगावत करके चुनाव लड़ा। नरेंद्र सिंह तोमर उनका नाम वापस नहीं करवा पाए। यहां नोटा को 1550 वोट मिले।

सुवासरा: बीजेपी के राधे श्याम पाटीदार मात्र 350 वोट से हार गए। कांग्रेस के हरदीप सिंह डंग जीते। यहां नोटा को 2976 वोट मिले।   

जबलपुर उत्‍तर: भाजपा मात्र 578 वोट से हारी। कांग्रेस के प्रत्याशी विनय सक्सेना ने जीत हासिल की। यहां नोटा को 1209 वोट मिले। 

राजनगर: भाजपा मात्र 732 वोट से हारी, कांग्रेस के विक्रम सिंह नातीराजा ने विजय हासिल की। यहां नोटा को 2485 वोट मिले। 

दमोह: भाजपा के दिग्गज नेता जयंत मलैया मात्र 798 वोटों से हारे। कांग्रेस के राहुल सिंह जीते। यहां से भाजपा के बागी डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया निर्दलीय लड़ रहे थे। भाजपा उन्हे मना नहीं पाई। नोटा को यहां 1299 वोट मिले। 

ब्यावरा: भाजपा के नारायण सिंह मात्र 826 वोटों से हारे। कांग्रेस प्रत्याशी गोवर्धन तंवर जीते। यहां से भी भाजपा के 10 हजार कार्यकर्ताओं ने चुनाव में काम ना करने का ऐलान किया था। नोटा को यहां 1481 वोट मिले। 

राजपुर: बीजेपी के अंतरसिंह देवीसिंह पटेल मात्र 932 वोट से हारे। कांग्रेस प्रत्याशी बाला बच्चन जीते। नोटा को यहां 3358 वोट मिले।  

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