नई दिल्ली। नवजोत सिंह सिद्धू पहले भी भाजपा कार्यकर्ताओं की सुर्खियों में रहते थे। पार्टी बदलने के बाद भी हैं। पहले सिद्धू की प्रशंसा की जाती थी। अब निंदा की जाती है। पाक आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा से गले मिलने पर सिद्धू ने सफाई दी है। सिद्धू ने कहा कि बाजवा से झप्पी एक सेकंड की थी, यह कोई राफेल डील नहीं थी। जब दो पंजाबी मिलते हैं, वे भावनात्मक रूप से गले लगते हैं। सिद्धू इस समय पंजाब के लाहौर शहर में हैं। वो मीडिया को संबोधित कर रहे थे। कांग्रेस नेता और पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने के लिए मंगलवार को लाहौर पहुंचे।
सिद्धू ने कहा, 'यह कॉरिडोर एक ब्रिज की तरह होगा जो दोनों देशों के बीच दुश्मनी खत्म करेगा। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान 28 नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे। मुझे विश्वास है कि इस कॉरिडोर से लोगों के बीच आपसी संपर्क बढ़ेगा और दोनों देशो में शांति आएगी। इस कॉरिडोर में शांति, समृद्धि और व्यापारिक रिश्ते सुधारने की व्यापक संभावनाएं हैं।'
बाजवा से गले मिलने पर भाजपा ने जताई थी आपत्ति
सिद्धू अगस्त में इमरान के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने पाक गए थे। यहां बाजवा से गले मिले थे। इस पर भाजपा ने सिद्धू और कांग्रेस पर निशाना साधा था। भाजपा का आरोप था कि बाजवा भारत में होने वाली जवानों की शहादत के लिए जिम्मेदार हैं। यहां आतंकी हमलों में नागरिकों की मौत के लिए जिम्मेदार हैं। लेकिन इसके बावजूद सिद्धू बाजवा से गले लगे।