MPTET: जब देश भर में BEd-Ded रनिंग वालों मौका मिलता है तो मप्र में क्यों नहीं | khula khat @ cm shivraj

भोपाल। 2011 के 7 साल बाद 2018 में विधान सभा चुनाव के पहले PEB के द्वारा उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती की पात्रता परीक्षा के लिए विज्ञापन आ गए है, परंतु पात्रता परीक्षा के होने एवं नियुक्ति होने में लगभग 1 वर्ष का समय लग सकता है, क्योंकि अभी पात्रता परीक्षा होने के पहले नवंबर-दिसंबर में विधान सभा चुनाव होने हैं और नियुक्ति के पहले मई-जून में लोक सभा चुनाव होने है। इसके पहले भी 2005, 2008 एवं 2011 में जो भर्तियां हुई है उन भर्तियों के विज्ञापन, पात्रता परीक्षा से लेकर नियुक्ति तक मे लगभग 1 से 2 साल का समय लगा था।

CTET, RTET एवं UPTET में अवसर दिया जाता है
PEB के पात्रता परीक्षा के विज्ञापन में एक ऐसी शर्त भी जोड़ दी गई है जिससे लाखों छात्र/छात्राएं पात्रता परीक्षा में बैठने से वंचित हो जाएंगे क्योकि जिस दिन फॉर्म भरे जाएंगे उस दिन अभ्यर्थी की समस्त शैक्षणिक योग्यता पूर्ण होनी चाहिए। CTET, RTET एवं UPTET जैसी परीक्षाओ में अंतिम वर्ष के अध्ययनरत बीएड एवं डीएलएड छात्रों को पात्रता परीक्षा में बैठने का मौका दिया जाता है परंतु मध्य प्रदेश में इन नियमों के विपरीत नियम बनाये गए हैं। 

मप्र में 2011 में भी दी गई थी रनिंग वालों को पात्रता
इसके पूर्व 2011 कि पात्रता परीक्षा में भी रनिंग बीएड और डीएलएड को मौका दिया गया था। बीएड और डीएलएड करने में लाखों रुपये खर्च करने के बाद और अपने जीवन के अनमोल समय खर्च करने के बाद भी अगर उन्हें पात्रता परीक्षा में बैठने का मौका नही मिले तो इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है। जबकि यह केवल पात्रता परीक्षा है ना कि नियुक्ति प्रक्रिया। इस पात्रता परीक्षा के बाद शायद अगले 7-8 साल और अगली भर्ती का इंतजार करना पड़े। इस इंतजार में हजारों छात्र ओवर ऐज हो जाएंगे और लाखों रुपये खर्च करके भी उनके सपने खत्म हो जाएंगे। 

दूसरों को फायदा मिलेगा, मप्र को नुकसान
रनिंग छात्रों को पात्रता परीक्षा में न लेने से इसका फायदा दूसरे राज्यों के उम्मीदवारों को जरूर हो रहा है, क्योंकि कम छात्रों की बीच ज्यादा प्रतिस्पर्धा नही करनी पड़ेगी और मध्य प्रदेश के छात्रों के सपने दूसरे राज्यों के उम्मीदवार हासिल कर लेंगे। उच्च माध्यमिक शिक्षक के बाद क्रमशः माध्यमिक शिक्षक एवं प्राथमिक शिक्षक के विज्ञापन भी PEB जारी करेगा परंतु नियम तो वही रहेंगे।

सीएम शिवराज सिंह हस्तक्षेप करें
अतः माननीय मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री मध्य प्रदेश शासन एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों से  विनम्र अनुरोध है कि मध्य प्रदेश के लाखों छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए रनिंग बी.एड. एवं डी.एल.एड वालो को भी पात्रता परीक्षा में बैठने का अवसर प्रदान करे।
लेखक: राकेश कुमार विश्वकर्मा एवं समस्त रनिंग बी.एड. एवं डी.एल.एड. छात्र/छात्रा।
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