भारत में RSS मुस्लिम ब्रदरहुड की तरह काम कर रही है: राहुल गांधी | NATIONAL NEWS

लंदन। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा की मातृ संस्था राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (RSS) पर बड़ा हमला किया है। लंदन के इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रैटजिक स्टडीज में बोलते हुए उन्होंने RSS को मुस्लिम ब्रदरहुड के जैसा संगठन करार दिया। बता दें कि दुनिया के कई देश मुस्लिम ब्रदरहुड को आतंकी संगठन मानते हैं। इसकी स्थापना मिस्र में हुई थी। इसका बड़ा नेता अभी जेल में है। भाजपा नेताओं ने राहुल गांधी के इस बयान पर गहरी आपत्ति जताई है। 

राहुल ने कहा कि RSS की विचारधारा अरब जगत के संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड जैसी है। RSS भारत और वहां के संस्थानों को बदलना चाहता है। भारत और कोई दूसरा संगठन ऐसा नहीं है, जो इस तरह का बदलाव करने के बारे में सोचता है। इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जर्मनी में भी भाजपा और RSS पर तीखा हमला बोलते हुए कहा था कि इनके लोग देश को बांटने और नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस भारत के लोगों को जोड़ने का काम करती है।

क्या है मुस्लिम ब्रदरहुड
मुस्लिम ब्रदरहुड को मिस्र, रूस, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, सीरिया और बहरीन आतंकी संगठन मानता है लेकिन हमास (फिलिस्तीन), ट्यूनीशिया में एननाहाडा पार्टी और कुवैत का इस्लामी संवैधानिक आंदोलन ब्रदरहुड को अपना प्रेरणा स्रोत मानते हैं। इसने मिस्र को राजतंत्र से मुक्त कराने में अपनी भागीदारी की।

कहां हुई थी स्थापना, कब लगा प्रतिबंध
इसकी स्थापना 1928 में मिस्र में की गई थी। हसन अल-बन्ना ने इसकी स्थापना की थी। हसन एक इस्लामिक स्कॉलर थे। इसका उद्देश्य इस्लाम के नैतिक मूल्यों और अच्छे कामों का प्रचार प्रसार करना था। उसके बाद यह संगठन राजनीतिक रूप से सक्रिय हो गया। 1954 में इस पर मिस्र के तत्कालीन राष्ट्रपति गमाल अब्देल नासिर पर हमले का आरोप लगा। इसके बाद संगठन पर प्रतिबंध लगा दिया गया।

मिस्र से संबंध खराब हुए, तख्ता पलट हुआ
1970 के आसपास ब्रदरहुड ने अनवर अल सदात को साथ दिया। वे मिस्र के राष्ट्रपति बन गए। हालांकि, बाद में दोनों के बीच संबंध खराब हो गए। साल 2012 में मुस्लिम ब्रदरहुड ने मिस्र का चुनाव जीत लिया। मोहम्मद मोरसी राष्ट्रपति बने लेकिन 2013 में सेना ने तख्तापलट कर दिया। मोरसी अभी जेल में हैं।
मध्यप्रदेश और देश की प्रमुख खबरें पढ़ने, MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करेंया फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !