भोपाल। एक प्राइवेट कॉलेज के प्रोफेसर आशीष असंगे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वो पिछले 12 साल से सरकारी नौकरी के लिए संघर्ष कर रहे थे। जब सारी उम्मीदें टूट गईं तो उन्होंने सुसाइड कर लिया। बता दें कि मध्यप्रदेश में असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती लोक सेवा आयोग के माध्यम से होती हैं परंतु सरकारी नीतियों के कारण ये भर्ती प्रक्रिया हमेशा विवादों में बनी रही।
कर्मवीर नगर पिपलानी निवासी 40 वर्षीय आशीष असंगे पिता रमेश असंगे एक निजी काॅलेज में प्रोफेसर थे, लेकिन वे चार महीने से जॉब पर नहीं जा रहे थे। एएसआई पिपलानी मेहपाल सिंह के अनुसार गुरुवार दोपहर पत्नी शोभा 11 वर्षीय इकलौते बेटे को लेने स्टॉप चली गईं। कुछ समय बाद घर लौटने पर आशीष उन्हें फंदे पर लटके मिले। उनकी चीख सुनकर आसपास के लोग आ गए। वे आशीष को अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
एएसआई के अनुसार मौके से न तो कोई सुसाइड नोट मिला है और न ही परिवार बयान देने की स्थिति में था। ऐसे में खुदकुशी के तात्कालिक कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है। परिचितों ने इतना जरूर बताया कि वे काफी पढ़े लिखे थे। ऐसे में उसके मुताबिक जॉब नहीं मिलने के कारण वे ज्यादा तनाव में आ गए थे।
मध्यप्रदेश और देश की प्रमुख खबरें पढ़ने, MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करें) या फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com